कृषि कानूनों (Farm laws) के खिलाफ सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर किसानों के आंदोलन में महिलाओं (Women protestors) भी हिस्सा ले रही हैं. महिलाओं का कहना है कि वे घर और बच्चों को पंजाब में छोड़कर यहां इन काले कानूनों के खिलाफ मोर्चे पर डटी हैं. महिला प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ये कृषि कानून किसानों के हित में नहीं हैं और इन्हें वापस कराए बिना वे वापस नहीं जाएंगी. फिर चाहे 6 माह या एक साल लग जाएं.