शरद पवार के गढ़ बारामती में अधिकांश लोग कृषि रोज़गार पर निर्भर हैं. 1960 में सूखाग्रस्त बारामती को अवसर के तौर देखते हुए पवार ने विदेशी तकनीक के साथ इतना उपजाऊ बनाया कि ज़्यादा पानी लगने वाले गन्ने की खेती भी मुमकिन हुई. 1971 में शरद पवार ने एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ट्रस्ट की नींव रखी, जो आज 15 लाख किसानों को कम क़ीमत में अपनी उपज बढ़ाने की अलग-अलग ट्रेनिंग दे रहा है. बारामती के कृषि विज्ञान केंद्र से देखिए ये ग्राउंड रिपोर्ट.