छोटी-छोटी पहाड़ियों और उन पहाड़ियों पर बहते झरने. ये नज़ारे हैं उस क्षेत्र के जहां आजकल चुनावी सरगर्मी बढ़ी हुई है. ये वो क्षेत्र है, जहां कभी कांग्रेस का वर्चस्व था, फिर बीएसपी का और अब बीजेपी का, लेकिन समाजवादी पार्टी का यहां से अब तक खाता तक नहीं खुल सका है. हालांकि, इस बार सपा अपने दांव से खाता खोलने की जुगत में लगी हुई है.