एक ऐसे समय जब दुनिया में कई मोर्चों पर संघर्ष छिड़ा हुआ है, कई देश आपस में युद्धों में उलझे हुए हैं और अधिकतर देश ऐसे हैं जो किसी न किसी पक्ष के साथ खड़े हैं तो भारत जैसे पारंपरिक तौर पर गुटनिरपेक्ष रहने वाले देश के लिए चुनौतियां और बढ़ गई हैं भारत ने पिछले कुछ समय में विश्व मित्र की अपनी जो छवि बनाई है उसे निभाना आसान नहीं है.