रवीश कुमार का प्राइम टाइम : क्या 150 शिक्षक 10,500 छात्रों को पढ़ा सकते हैं? | Read

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  • प्रकाशित: अक्टूबर 01, 2021
राजनीति में कहां तक पढ़े हैं, इसे योग्यता की अंतिम शर्त नहीं माना जा सकता. कई राजनेता स्कूल नहीं गए लेकिन उन्होंने राजनीति में बहुत अच्छा काम किया. इसका मतलब यह नहीं कि कोई नेता फर्ज़ी डिग्री लेकर आ जाए तो उसकी भी वाहवाही होगी. यह बिल्कुल अलग मामला है और फ्रॉड है क्योंकि तब आप पढ़े लिखे होने का झूठा दावा करते हैं.

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