...तो हम वो लोग हैं, जो आपके शहर को ज़िन्दा करते हैं, नया करते हैं. हम जब आते हैं, तो हमसे बहुत कुछ मुंबई को मिलता है, हमसे बहुत कुछ दिल्ली को मिलता है. तो सोने से पहले हम जैसे छोटे शहर वालों का शुक्रिया ज़रूर अदा कीजिएगा कि अगर हम न आएं रोज, तो आपकी ज़िन्दगी बहुत महंगी हो जाएगी. और हम जैसे लोग न आएं, तो इस शहर में बड़े-बड़े लोग इतने समझौते कर जाते हैं कि बोलने वाले लोग कम पड़ जाएंगे. वो शहर... वो सबसे अच्छा होता है, हर दिन जो उठकर किसी नए का स्वागत करता है.