फिल्म 'राग देश' की कहानी इर्द गिर्द घूमती है साल 1945 में आजाद हिन्द फौज के तीन जवान और ब्रिटिश शासन के. फिल्म में ब्रिटिश इंडियन आर्मी के तीन जवानों, शहनवाज खान, गुरबक्श सिंह ढिल्लन और कर्नल प्रेम सहगल के ऊपर देशद्रोह और हत्या का आरोप लगाकर मुकदमा चलाया जाता है, क्योंकि इन तीन जवानों ने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटिश इंडियन आर्मी छोड़कर आईएनए यानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी को जॉइन कर लिया था. जवानों की तरफ से इस केस को भुलाबाई देसाई लड़ते हैं. कैप्टन शाहनवाज खान की भूमिका में हैं कुणाल कपूर, कैप्टन गुरबख्श सिंह ढिल्लों का किरदार निभाया है अमित साध ने और कर्नल प्रेम सहगल के रोल में हैं मोहित मारवाह.