2014 के सितंबर में ही दुनिया भर के 120 इस्लामिक विद्वानों ने इस्लामिक स्टेट को अरबी में खुला पत्र लिखा था। पत्र लिखने वालों में भारत से जमीयत उलेमा हिन्द के सेक्रेटरी जनरल असद मदनी भी शामिल हैं। 18 पन्नों के इस पत्र में इस्लामी स्टेट की विचारधारा की धज्जी उड़ाई गई है और इस्लाम के खिलाफ बताया गया है। इन्हीं सब बातों के संदर्भ में प्राइम टाइम में बात करेंगे कि क्यों पश्चिम पुतिन के आरोप पर चुप है?