प्राइम टाइम में चर्चा बिहार विधानसभा चुनावों के डीरेल होते चुनाव प्रचार की। तीन दौर के मतदान के बाद अब हालत ये है कि विकास और जाति से शुरू होने वाली बहस शैतान, ब्रह्म-पिशाच, नरभक्षी से होते हुए पाकिस्तान तक चली आई है। तो इन सब बयानों और बदली रणनीति से सवाल उठ रहा है कि क्या बिहार के चुनावों को लेकर बीजेपी में कोई उहापोह है, हताशा है?