इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना मुहर्रम शुरू हो चुका है.. इस महीनें की 10 तारीख को पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन समेत 72 साथियों को इराक की करबला ज़मीन पर तीन दिन का भूखा प्यासा शहीद कर दिया जाता है..जिस वजह से ये महीना पूरा ग़म का महीना माना जाता है.. करबला में इमाम हुसैन का श्राइन बना हुआ है.. जहां पर उनकी कब्र भी है.. जैसे ही मोहर्रम का महीना आता है तभी से ही यहां श्राइन में लाल लाइट जला दी जाती है.. साथ ही श्राइन पर परचम भी ब्लैक लगा दिया जाता है.. ये सोग हिंदुस्तान में 2 महीने 8 दिन तक मनाया जाता है.. और उसके बाद लोगों के लिए ये ग़म उठता है.. और इराक में भी ग्रीन लाइट लगाई जाती है.. देखिए Ali Abbas Naqvi की खास रिपोर्ट