खराब हालत के कारण पब्लिक सेक्टर बैंकों का निजीकरण न हो जाए इसे रोकने के लिए देश भर के बैंक कर्मचारियों के 9 संगठनों ने दिल्ली में प्रदर्शन किया है. इसके पहले 28 जुलाई को भी बैंक कर्मचारी और अफसर संगठनों का राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन हो चुका है. इनकी मांग है कि डूब चुके लोन की रिकवरी के लिए सरकार कदम उठाए. जो लोन वापस न करता हो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो और कड़ा कानून बने. केवल 12 लोन अकाउंट ऐसे हैं जिन पर ढाई लाख करोड़ का लोन बाकी है. इसके कारण बैंक दिवालिया हो रहे हैं.