2 करोड़ 10 लाख लोगों की नौकरी चली गई है, ये वे लोग हैं जिन्हें नियमित सैलरी मिलती थी. Centre for Monitoring Indian Economy ने सर्वे किया है , महेश व्यास ने बिजनेस स्टैंडर्ड में लिखा है कि सिर्फ जुलाई महीने में 81 लाख सैलरी क्लास की नौकरी गई. न्यूज चैनलों पर फैलाई गई अश्लीलता और खबरों की हत्या पर जो जश्न मनाना है मनाएं लेकिन इससे फर्क नहीं पड़ता कि करोड़ो लोग इस अवसाद में है कि वे अपने बच्चों की फीस नहीं दे पा रहे हैं. मकान का किराया नहीं दे पा रहे हैं.