केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने जैसे ही लोकसभा में आज अपना तीसरा बजट भाषण पढ़ना शुरू किया, वैसे ही सदन में विपक्षी सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. हंगामे की बीच ही सीतारमण ने भाषण पढ़ना जारी रखा. कोरोना संकटकाल में पेश किए जा रहे पहले बजट भाषण में उन्होंने विश्वास बहाली की उम्मीद जताते हुए गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर का सहारा लिया और उनकी पंक्तियां पढ़ते हुए कहा, "विश्वास वह पक्षी है जो प्रकाश को महसूस करता है और जब भोर अंधेरा होता है तो गाता है."