सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण को लेकर दो दिनों के हड़ताल पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कुछ सवालों के जवाब दिए हैं. उन्होंने कहा कि निजीकरण का फैसला एक सोचा समझा फैसला है. उन्होंने ये भी कहा कि सभी सरकारी बैंकों का निजीकरण नहीं किया जाएगा. वित्त मंत्री ने कहा, “इंदिरा जी ने राष्ट्रीयकरण किया. राष्ट्रीयकरण का एक मकसद था. मकसद कितना पूरा हुआ, कह नहीं सकते. बैंकों को व्यापक करना जरूरी है. बैंकों के एकीकरण की घोषणा की. इससे देश की आकांक्षाएं पूरी होंगी. सार्वजनिक क्षेत्र भी रहेगा. ये अचानक लिया गया फैसला नहीं है. हमने काफी सोच-समझकर कदम उठाया है.”