दो दिन की बैंक कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को खत्म हुई है. यह एक सांकेतिक हड़ताल थी. दो दिन से कामकाज थप था. बैकों की ये हड़ताल देशभर में हुई. ये हड़ताल इसलिए हुई, क्योंकि बैंक कर्मियों का कहना है कि निजीकरण ठीक नहीं है. सरकारी बैंकों का निजीकरण नहीं करना चाहिए. देखिए किसी भी स्टोरी में, किसी भी जानकारी में सबसे ज्यादा जरूरी होता है तथ्य, तो पहले हम आपको तथ्य बता देते हैं. ये जो बैंक कर्मी हैं क्यों आंदोलन कर रहे हैं? ये क्यों आंदोलनजीवी बन गए? ऐसा क्यों हुआ? तो आइए सबसे पहले आपको बताते हैं कि इनकी मुख्य डिमांड क्या है?