नागरिकता कानून को लेकर बीजेपी अपने पहले के स्टैंड पर कायम है. लखनऊ में पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जिसे चाहे वह सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करे लेकिन हम इसे वापस नहीं लेने वाले. बीजेपी के इस स्टैंड को लेकर उसकी कुछ सहयोगी पार्टियां उनसे दूर होती जरूर दिख रही हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव में सीएए को लेकर आपसी मतभेद के चलते ही बीजेपी की सहयोगी पार्टी अकाली दल ने अपने उम्मीदवार उतारने से मना कर दिया. वहीं अब जेडीयू से भी सीएए के खिलाफ आवाज बुलंद होती दिख रही है.