उत्तर प्रदेश : 13 हजार मृतकों का राशन उठा रहे थे लाभार्थी, ई-केवाईसी होने के बाद मामला आया सामने

राशन वितरण में अनियमितता के बाद मृतकों के नाम राशन कार्ड मैनेजमेंट सिस्टम से हटा दिया गया है. कुल शहरी क्षेत्रों में 436 और ग्रामीण इलाकों में 12,858 मृतकों के नाम काटे गए है. ये वो मृतक थे जिनके नाम से परिवार के लोग राशन उठा रहे थे.

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उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में राशन वितरण व्यवस्था में बड़ी अनियमितता सामने आई है. विभाग द्वारा कराए गए ई- के वाईसी(ई- प्रमाणीकरण) में पता चला कि करीब 13,000 मृतक लाभार्थी अभी भी सरकारी राशन योजना का लाभ ले रहे थे.

राशन वितरण में अनियमितता के बाद मृतकों के नाम राशन कार्ड मैनेजमेंट सिस्टम से हटा दिया गया है. कुल शहरी क्षेत्रों में 436 और ग्रामीण इलाकों में 12,858 मृतकों के नाम काटे गए है. ये वो मृतक थे जिनके नाम से परिवार के लोग राशन उठा रहे थे. कोविड-19 महामारी के बाद केंद्र सरकार की फ्री राशन योजना में कई लोग अपात्र होने के बावजूद फर्जी तरीके से राशन प्राप्त कर रहे थे.

मामले में सरकार ने सभी लाभार्थियों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया है. पहले इसकी समय सीमा 31 मार्च थी. बाद में इसे बढ़ाकर 30 जून कर दिया गया है. गाजीपुर जिले में कुल 6,35,446 राशन कार्डधारक है. इनमें 27 लाख 86 हजार 243 लाभार्थी शामिल है. अब तक केवल 82 प्रतिशत लाभार्थियों का ही ई-केवाईसी हुआ है.

देखना होगा कि क्या इस कार्रवाई से राशन वितरण प्रणाली में अब पारदर्शिता आएगी. वैसे सभी लाभार्थियों को विभाग की तरफ से निर्देश दिया जा चुका है कि वे जल्द से  जल्द ई- केवाईसी करा ले. साथ ही परिवार में मृतक सदस्य होने की स्थिति में विभाग को सूचित जरूर कर दे.

सुनिल सिंह की रिपोर्ट


 

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