विवादों में घिरी रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में बुलडोजर की दस्तक, अवैध कब्जे की जांच शुरू

बीते दिनों छात्रों और प्रशासनिक अमले के बीच टकराव के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. उस घटना के बाद से छात्रों और स्थानीय लोगों में असंतोष गहराया हुआ है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • बाराबंकी के रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में लाठीचार्ज के बाद प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई तेज हो गई है.
  • नवाबगंज तहसील प्रशासन, राजस्व विभाग और भारी पुलिस बल यूनिवर्सिटी परिसर पहुंचा और बुलडोजर भी साथ लाया गया.
  • राजस्व विभाग की जांच में यूनिवर्सिटी परिसर के तालाब और सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की पुष्टि हुई है.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

बाराबंकी के रामस्वरूप यूनिवर्सिटी में हाल ही में हुए लाठीचार्ज प्रकरण के बाद अब मामला प्रशासनिक और कानूनी स्तर पर और गहरा होता जा रहा है. शनिवार को नवाबगंज तहसील प्रशासन, राजस्व विभाग और भारी पुलिस बल के साथ यूनिवर्सिटी परिसर पहुंचा. टीम के साथ बुलडोजर भी मौजूद था, जिससे पूरे इलाके में तनाव और सरगर्मी का माहौल बन गया.

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार यूनिवर्सिटी परिसर के भीतर स्थित तालाब और कुछ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं.

राजस्व विभाग की जांच रिपोर्ट में इस कब्जे की पुष्टि हुई, जिसके बाद तहसील प्रशासन ने कार्रवाई की तैयारी शुरू की. शनिवार को बुलडोजर लेकर टीम मौके पर पहुंची. खबर लिखे जाने तक किसी तरह का ध्वस्तीकरण या तोड़फोड़ की कार्रवाई नहीं की गई.

गौरतलब है कि बीते दिनों छात्रों और प्रशासनिक अमले के बीच टकराव के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था. उस घटना के बाद से छात्रों और स्थानीय लोगों में असंतोष गहराया हुआ है.

यूनिवर्सिटी प्रबंधन के खिलाफ लगातार सवाल उठ रहे हैं, चाहे वह जमीन से जुड़ी अनियमितताएं हों या प्रशासनिक पारदर्शिता का मुद्दा. शनिवार को बुलडोजर के पहुंचने से यह संदेश साफ हो गया है कि प्रशासन अब सख्त रुख अपनाने के मूड में है.

Featured Video Of The Day
Chandra Grahan 2025: चंद्र ग्रहण का योग विज्ञान का संयोग! जानिए हर एक सवाल का जवाब | Lunar Eclipse