केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए बड़ी राहत की खबर है. सरकार ने आखिरकार 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए हाल में कैबिनेट ने टर्म्स ऑफ रेफरेंस (ToR) को मंजूरी दे दी है. यानी अब सैलरी (SalaryHike) , महंगाई भत्ता (DA Hike) और पेंशन में बढ़ोतरी (Pension Hike) का रास्ता आधिकारिक तौर पर खुल गया है. देश के करीब 50 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनर्स को इसका सीधा फायदा मिलने वाला है.
कब लागू होगी नई सैलरीऔर पेंशन?
सरकार ने आयोग को 18 महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपने की समयसीमा दी है. माना जा रहा है कि अगर सब कुछ तय समय पर हुआ तो नई वेतन प्रणाली (New Pay System) 1 जनवरी 2026 से लागू हो सकती है. यानी जनवरी से नई सैलरी और पेंशन दरें लागू मानी जाएंगी, भले ही पेमेंट थोड़ा बाद में शुरू हो. ऐसे में कर्मचारियों और पेंशनर्स को एरियर का लाभ भी मिलेगा.
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर और क्यों अहम है यह फॉर्मूला?
वेतन आयोग में सैलरी और पेंशन बढ़ाने की गणना एक फॉर्मूले से होती है, जिसे फिटमेंट फैक्टर कहा जाता है. इसे आसान भाषा में समझें तो यह एक "मल्टीप्लायर" होता है, जिससे पुरानी सैलरी या पेंशन को गुणा कर नई बेसिक सैलरी या पेंशन तय की जाती है.
पेंशन और सैलरी दोनों में बड़ा इजाफा
7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रखा गया था. यानी जिसकी बेसिक सैलरी ₹10,000 थी, उसकी नई बेसिक सैलरी ₹25,700 हो गई थी. अगर 8वें आयोग में यह फैक्टर 3 या उससे ज्यादा हुआ, तो पेंशन और सैलरी दोनों में बड़ा इजाफा देखने को मिलेगा.
₹25,000 की पेंशन कैसे बढ़कर ₹50,000 हो सकती है?
मान लीजिए अभी किसी की बेसिक पेंशन ₹25,000 है. अगर सरकार फिटमेंट फैक्टर को 2.0 करती है, तो पेंशन सीधे ₹50,000 तक बढ़ जाएगी. यानी पेंशन लगभग दोगुनी हो जाएगी.
अगर किसी का पुराना बेसिक पे ₹40,000 है, तो देखें कैलकुलेशन ऐसे होगी:
- फिटमेंट फैक्टर 2.57 होने पर नई बेसिक ₹1,02,800 होगी और पेंशन (50%) ₹51,400 मिलेगी.
- अगर फैक्टर 3 रखा गया तो नई बेसिक ₹1,20,000 और पेंशन ₹60,000 होगी.
- वहीं अगर फिटमेंट फैक्टर 3.68 हुआ तो पेंशन ₹73,600 तक पहुंच सकती है.
यानी जितना ज्यादा फिटमेंट फैक्टर, उतनी ज्यादा पेंशन में बढ़ोतरी.
महंगाई राहत (Dearness Relief) का भी होगा असर
जब बेसिक पेंशन बढ़ती है, तो उस पर मिलने वाली महंगाई राहत (DR) की रकम भी अपने आप बढ़ जाती है.उदाहरण के लिए अगर पुरानी पेंशन ₹20,000 है और DR 20% है, तो ₹4,000 मिलता है. लेकिन अगर पेंशन ₹30,000 हो गई तो DR ₹6,000 तक पहुंच जाएगा. यानी नई पेंशन के साथ महंगाई से सुरक्षा और बेहतर हो जाएगी.
कर्मचारियों की सैलरी पर भी पड़ेगा असर
पेंशनर्स के साथ-साथ केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी पर भी इसका सीधा असर होगा. अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 तक जाता है, तो ₹25,000 की बेसिक सैलरी बढ़कर ₹71,500 हो सकती है और कुल सैलरी (DA और HRA समेत) ₹90,000 से ज्यादा पहुंच सकती है.
पेंशनर्स को इन मुद्दों से भी राहत की उम्मीद
ET की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑल इंडिया एनपीएस एम्प्लॉइज फेडरेशन के अध्यक्ष मंजीत सिंह पटेल का कहना है कि फिटमेंट फैक्टर के साथ सरकार को कुछ अहम मांगों पर भी ध्यान देना चाहिए जैसे 40% पेंशन कम्यूटेशन की अवधि को 15 साल से घटाकर 12 साल करना और CGHS के तहत मेडिकल सहायता बढ़ाना. उनका कहना है कि बुजुर्ग पेंशनर्स के लिए ₹3,000 का मेडिकल भत्ता बहुत कम है, इसे ₹20,000 तक बढ़ाया जाना चाहिए.














