6 Offbeat Experiences In Manali : अगर आप हर बार की तरह की यात्रा से हटकर कुछ खास करना चाहते हैं, तो मनाली में ऐसी जगहें हैं जो आपकी सोच से भी ज्यादा खास हो सकती हैं. यह शहर सिर्फ़ सर्दी, शॉल की दुकानें या भीड़ से भरे कैफ़े तक सीमित नहीं है. यहां ऐसी बातें भी हैं जो आपको किताबों में नहीं मिलेंगी और जिन्हें महसूस करने के लिए दिल में थोड़ा एडवेंचर और आंखों में थोड़ा खुलापन चाहिए. चलिए, अब आपको दिखाते हैं मनाली के 6 ऐसे एक्सपीरिएंस जो आपके ट्रिप को यादगार बना देंगे.
मनाली के 6 ऑफबीट एक्सपीरिएंस (6 Offbeat Experiences In Manali)
1. मलाणा गांव की सैर - शांत रहकर देखें असली जादू
पार्वती घाटी में बसा मलाणा गांव किसी और ही दुनिया का हिस्सा लगता है. यहां की गलियां, रास्ते और लोग सब कुछ अलग हैं. ट्रेक करते हुए आप देवदार के जंगलों और बहती नदियों के बीच पहुंचेंगे इस रहस्यमयी गांव में. लेकिन ध्यान रखें, यहां के लोग अपनी परंपराओं को लेकर बहुत सजग हैं, इसलिए बिना पूछे फोटो न लें और मंदिरों को हाथ न लगाएं.
-कैसे पहुंचें : मनाली से जरी तक टैक्सी लें, फिर वहां से ट्रैक करें.
2. सिसु की घाटियों में छुपे झरनों की खोज
अगर आप सच में किसी पोस्टकार्ड जैसे दृश्य की तलाश में हैं, तो सिसु आपके लिए सही जगह है. यहां की हरियाली, शांत झीलें और ऊंचाई से गिरते झरने आपको कहीं और नहीं मिलेंगे. थोड़ी दूर चलें और आपको ऐसे झरने दिखेंगे जो अब भी आम नजरों से बचे हुए हैं.
-बोनस टिप : सुबह जल्दी जाएं, जब धुंध हल्की हो - माहौल बेहद जादुई होता है.
3. हम्प्टा घाटी में माउंटेन बाइकिंग
अगर आपको एडवेंचर पसंद है और कुछ नया करना है, तो माउंटेन बाइक लेकर हम्प्टा घाटी के रास्तों पर निकल पड़ें. यहां की ढलानें, जंगल और खुली हवा आपके सफर को अलग ही रंग दे देंगे.
-ध्यान रखें : यह सफर शुरुआत करने वालों के लिए नहीं है, थोड़ी प्रैक्टिस ज़रूरी है.
4. नग्गर के पास लोकल स्टाइल कैंपिंग
नगर वैसे ही शांत और कलात्मक जगह है, लेकिन इसके पास के गांव जैसे रमसू या जाना में टेंट लगाकर रात बिताना एक अलग ही अनुभव देता है. यहां आपको लोकल लोग घर का खाना खिला सकते हैं, जैसे सिद्दू और गरमागरम चाय.
-क्या साथ लाएं : एक मजबूत स्लीपिंग बैग, गर्म कपड़े और कुछ खाने का सामान.
5. कुल्लू घाटी में पैराग्लाइडिंग - भीड़ से दूर
अगर आप ऊंचाई से उड़ने का सपना देखते हैं लेकिन सोलंग की भीड़ में फंसना नहीं चाहते, तो डोभी या बुरुआ जैसे कम भीड़ वाले स्थान पर जाएं. यहां से उड़ते हुए आप घाटियों का शानदार नज़ारा देख सकते हैं और शांति का आनंद ले सकते हैं.
-बेहतर समय : अप्रैल से जून या सितंबर से नवंबर.
6. हडिम्बा मंदिर के पीछे छुपे घास के मैदान
ज्यादातर लोग हडिम्बा मंदिर तक ही रुक जाते हैं, लेकिन अगर आप थोड़ा और आगे बढ़ें, तो देवदार के जंगलों के बीच एक खूबसूरत घास का मैदान मिलेगा. यहां सिर्फ़ पेड़ हैं, पक्षियों की आवाज़ है और एक सुकून भरा माहौल जो आपको शहर की भागदौड़ से दूर ले जाता है.
-छोटी सलाह : अपने साथ थोड़ा खाना और पानी रखें - यहां कोई दुकान नहीं है.
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