'हिंदी अख़बारों'

- 10 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Blogs | प्रियदर्शन |बुधवार फ़रवरी 20, 2019 01:53 PM IST
    हिंदी की आलोचना परंपरा में जो चीज़ नामवर सिंह को विशिष्ट और अद्वितीय बनाती है, वह उनकी सर्वसुलभ सार्वजनिकता है. वे किन्हीं अध्ययन कक्षों में बंद और पुस्तकों में मगन अध्येता और विद्वान नहीं थे, वे सार्वजनिक विमर्श के हर औजार का जैसे इस्तेमाल करते थे. उन्होंने किताबें लिखीं, अख़बारों और पत्रिकाओं में लेख लिखे और साहित्यिक पत्रिकाओं का संपादन किया.
  • India | Written by: चतुरेश तिवारी |मंगलवार अप्रैल 4, 2017 07:40 AM IST
    मंगलवार 4 अप्रैल को दिल्ली से प्रकाशित प्रमुख हिंदी अख़बारों ने कई मुद्दों को सुर्खी बनाया है लेकिन ज्यादातर अखबारों ने सरकार द्वारा उच्च शैक्षिक संस्थाओं की रैंक सूची को प्रमुखता दी है. जनसत्ता, दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और अमर उजाला ने इस खबर को प्रमुखता से छापा है. इस सूची में सबसे चौंकाने वाला नाम पिछले कुछ समय से कथित 'राष्ट्रविरोधी' नारों को लेकर खबरों में रहे दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और कोलकाता का जाधवपुर विश्वविद्यालय रहा.
  • India | Written by: श्रीराम शर्मा |रविवार जनवरी 29, 2017 07:23 AM IST
    रविवार को प्रकाशित हिंदी के प्रमुख अख़बारों ने शब्दों से खेलते हुए भाजपा के यूपी के लिए घोषणा पत्र, ट्रंप के मुस्लिमों पर रोक के फरमान और चुनावी घमासान की ख़बरों को चित्रों के साथ प्रकाशित किया है.
  • India | Written by: श्रीराम शर्मा |शनिवार जनवरी 28, 2017 07:39 AM IST
    आज शनिवार को प्रकाशित देश के तमाम हिंदी अख़बारों के पहले पन्ने अलग-अलग ख़बरों से रंगे हुए हैं. किसी ने अगुस्ता हेलीकॉप्टर दलाली को फिर से खंगाला है तो किसी ने जयपुर में करणी सेना द्वारा निर्माता-निर्देश संजय लीला भंसाली के साथ हुए दुर्व्यवहार को तस्वीरों के साथ जगह दी है.
  • India | Written by: चतुरेश तिवारी |बुधवार जनवरी 25, 2017 08:02 AM IST
    मोदी सरकार ने चुनाव से पहले एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है. मंगलवार को हुई मोदी सरकार की कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. केंद्र सरकार ने फसल ऋण पर दो महीने की ब्याज को माफ कर दिया है. यह राशि 660 करोड़ रुपये बताई जा रही है. सरकार का मानना है कि नोटबंदी से रबी सीजन की बुआई किसान ठीक से नहीं कर पाए जिससे वे सहकारी बैंकों से लिए गए कर्ज को नहीं भर पाए. अब सरकार ने कुछ चुनावी चाश्नी में राहत की बौछार की है.
  • India | Written by: चतुरेश तिवारी |मंगलवार जनवरी 24, 2017 07:38 AM IST
    मंगलवार 24 जनवरी को दिल्ली से प्रकाशित प्रमुख हिंदी अख़बारों ने कई मुद्दों को सुर्खी बनाया है लेकिन ज्यादातर अखबारों ने फीस बढ़ाने के मुद्दे पर निजी स्कूलों पर की गई सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी को प्रमुखता से छापा है. जनसत्ता, दैनिक हिंदुस्तान और अमर उजाल ने इसी खबर को अपने अखबार की लीड बनाया है. वहीं, दैनिक भास्कर ने चेन्नई में जल्लीकट्टू के दौरान हुई हिंसा को लीड खबर के तौर पर प्रकाशित किया है. दूसरी ओर दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स ने पूर्व सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच का आदेश दिए जाने की खबर को प्रमुखता से पहले पन्ने पर छापा है.
  • India | Written by: श्रीराम शर्मा |सोमवार जनवरी 23, 2017 08:19 AM IST
    सोमवार 23 जनवरी को प्रकाशित हिंदी के तमाम राष्ट्रीय अख़बारों ने यूपी में सपा-कांग्रेस गठबंधन, जल्लीकट्टु के आयोजन समेत अन्य ख़बरों को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया है.
  • India | Written by: श्रीराम शर्मा |रविवार जनवरी 22, 2017 08:44 AM IST
    रविवार 22 जनवरी को प्रकाशित हिंदी अख़बारों ने वैसे तो 5 राज्यों में हो रहे चुनावी दंगल, खासकर उत्तर प्रदेश को केंद्र में रखते हुए अलग-अलग तस्वीरों के साथ ख़बरें प्रकाशित की हैं.
  • India | Written by: श्रीराम शर्मा |बुधवार जनवरी 11, 2017 08:33 AM IST
    10 जनवरी को प्रकाशित हिंदी के तमाम अख़बारों ने 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों की सरगर्मी को प्रमुखता से छापा है. उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड और बैंकों में जमा काले धन पर सरकार की रणनीति भी विभिन्न तस्वीरों के साथ सुर्खी बनी हुईं हैं.
  • India | Written by: श्रीराम शर्मा |शुक्रवार दिसम्बर 30, 2016 07:08 AM IST
    30 दिसंबर को प्रकाशित हिंदी के प्रमुख अख़बारों ने अपने-अपने ढंग से उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में कलह को शीर्ष ख़बर बनाया है.
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