'राम जन्मभूमि विवाद'

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  • Faith | Edited by: अनु चौहान |बुधवार दिसम्बर 27, 2023 02:02 PM IST
    Ram Mandir History: जान लीजिए कि राम लला की जन्मभूमि पर उनका पूजन कैसे शुरू हुआ. किस तरीके से प्राचीन समय में उनका पूजन होता था.
  • India | Reported by: शरद शर्मा, Edited by: राहुल सिंह |बुधवार जून 16, 2021 05:25 PM IST
    राम मंदिर (Ram Temple Ayodhya) निर्माण में जमीन के कथित घोटाले को लेकर सियासत खूब हो रही है. विपक्षी दल BJP पर हमलावर हैं. आम आदमी पार्टी (AAP) से राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने आज (बुधवार) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 'पिछले कई दिनों से बीजेपी के लोग राम जन्मभूमि ट्रस्ट में जमीन के नाम पर जो घोटाला हुआ, प्रभु श्रीराम के मंदिर के नाम पर जो 16.5 करोड़ की लूट की गई, उन पर कार्रवाई करने के बजाय पूरी बीजेपी प्रॉपर्टी डीलर, चंदा चोरों के पक्ष में खड़ी हो गई. मैं भगवान श्री राम के भक्तों से हाथ जोड़कर अपील करना चाहता हूं कि आपकी आस्था भगवान श्रीराम में है. चंपत राय में नहीं, किसी मेयर में नहीं.'
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: नितेश श्रीवास्तव |शनिवार सितम्बर 26, 2020 09:20 AM IST
    राम लला विराजमान के बाद अब श्रीकृष्ण विराजमान ने भी मथुरा की अदालत में एक सिविल मुकदमा दायर किया है. इसमें 13.37 एकड़ की कृष्ण जन्मभूमि भूमि का स्वामित्व मांगा है और शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की मांग की गई है. ये विवाद भगवान श्रीकृष्ण विराजमान, कटरा केशव देव खेवट, मौजा मथुरा बाजार शहर’ के रूप में जो अगले दोस्त रंजना अग्निहोत्री और छह अन्य भक्तों ने दाखिल किया है. हालांकि प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 इस मामले के आड़े आ रहा है जिसमें विवादित राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मुकदमेबाजी को लेकर मालकिना हक पर मुकदमे में छूट दी गई थी, लेकिन मथुरा काशी समेत सभी विवादों पर मुकदमेबाजी से रोक दिया था. इस एक्ट में कहा गया है कि 15 अगस्त, 1947 को जो धार्मिक स्थल जिस संप्रदाय का था वो आज, और भविष्य में, भी उसी का रहेगा. 
  • India | Reported by: सौरभ शुक्ला, Edited by: सूर्यकांत पाठक |बुधवार अगस्त 5, 2020 09:13 PM IST
    रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) में अब मंदिर-मस्जिद विवाद समाप्त हो गया है. राम जन्मभूमि मंदिर में भूमि पूजन हो चुका है. दूसरी तरफ़ मस्जिद (Mosque) निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन का मालिकाना हक सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को दे दिया गया है. वक्फ बोर्ड को मस्ज़िद के लिए ज़मीन दी गई है. अयोध्या से लगभग 30 किलोमीटर दूर रौनाही में मस्ज़िद के लिए ज़मीन दी गई है. यहां मस्जिद के अलावा अस्पताल और शोध केंद्र (Hospital and Research center) का भी निर्माण किया जाएगा.
  • India | Written by: मानस मिश्रा |मंगलवार अगस्त 4, 2020 10:49 AM IST
    अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर भव्य तैयारियां चल रही हैं. 5 अगस्त यानी बुधवार को पीएम मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लेंगे. अयोध्या में इस कार्यक्रम को लेकर भव्य तैयारियां हो रही हैं. लोगों का कहना है कि सदियों बाद अयोध्या को इस तरह सजाया गया है. लंबे विवाद और सालों तक कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद मंदिर के पक्षकारों को आज यह दिन देखने को मिल रहा है. लेकिन मंदिर आंदोलन के कई प्रमुख नेता जिन्होंने इस दिन को देखने के लिए पूरा जीवन खपा दिया वे आज इस दुनिया में नही हैं. इनमें प्रमुख अशोक सिंघल, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी,  श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष रहे रामचंद्र परमहंस और गोरखनाथ मन्दिर के भूतपूर्व पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ हैं. इन सबने मंदिर आंदोलन को लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ी है और साथ में कई आरोप भी झेले हैं.  
  • India | Reported by: Sanket Upadhyay, सौरभ शुक्ला, Written by: सूर्यकांत पाठक |सोमवार अगस्त 3, 2020 11:02 PM IST
    अयोध्या (Ayodhya) में सरयू नदी के घाट राम की पैड़ी में दिवाली जैसा माहौल हो गया है. अक्सर दिवाली पर इस तरह का त्यौहारनुमा जश्न होता है. यहां लगता है पांच  अगस्त को ही जैसे दिवाली का जश्न मनाया जा रहा हो. एक  ऐसा शहर जिसकी पहचान विवाद बनकर रह गई थी वहां आज एक हल निकला है और शहर में उसी पर बात हो रही है. यह विवाद 9 नवंबर 2019 को खत्म हो गया. ट्रस्ट बन गया और जो भी होना था, हो रहा है. और अब 5  अगस्त को राम मंदिर (Ram Mandir) का भूमिपूजन भी हो जाएगा. 
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: सूर्यकांत पाठक |गुरुवार दिसम्बर 12, 2019 07:09 PM IST
    Ayodhya Case: अयोध्या (Ayodhya) के राम जन्मभूमि - बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के खिलाफ दाखिल की गईं सभी पुनर्विचार याचिकाएं गुरुवार को सुनवाई के बाद खारिज कर दी गईं. सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या जमीन विवाद मामले में नौ नवंबर को अपना फैसला सुनाया था. अदालत ने विवादित जमीन रामलला को यानी राम मंदिर बनाने के लिए देने का फैसला किया था. अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की विशेष पीठ के 9 नवम्बर के फैसले पर पुनर्विचार के लिए कुल 18 याचिकाएं दाखिल की गई थीं. इनमें 9 याचिकाएं पक्षकारों की ओर से और बाकी नौ अन्य याचिकाकर्ताओं की थीं.
  • India | एनडीटीवी |गुरुवार दिसम्बर 12, 2019 10:21 PM IST
    अयोध्या (Ayodhya) के राम जन्मभूमि - बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के खिलाफ दाखिल की गईं सभी पुनर्विचार याचिकाएं गुरुवार को खारिज कर दी गईं.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: सूर्यकांत पाठक |बुधवार दिसम्बर 11, 2019 05:55 PM IST
    राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ निर्मोही अखाड़े ने भी रिव्यू पिटीशन दाखिल कर दी है. अयोध्या मामले में निर्मोही अखाड़ा भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. अखाड़े ने फैसले के मुताबिक ट्रस्ट में उसका स्थान अब तक केंद्र सरकार द्वारा स्पष्ट न किए जाने का मुद्दा उठाया है.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शुक्रवार दिसम्बर 6, 2019 05:43 PM IST
    अयोध्या (Ayodhya) के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में चार पुनर्विचार याचिकाएं (Review petitions) दायर की गई हैं. याचिकाओं में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला सन 1992 में मस्जिद ढहाए जाने को मंजूरी देने जैसा है. अवैध रूप से रखी गई मूर्ति के पक्ष में फैसला सुनाया गया. अवैध हरकत करने वालों को ज़मीन दी गई. याचिकाओं में कहा गया है कि हिंदुओं का कभी वहां पूरा कब्ज़ा नहीं था. मुसलमानों को पांच एकड़ जमीन देने का फैसला पूरा इंसाफ नहीं कहा जा सकता. सुप्रीम कोर्ट से मांग की गई है कि वह अपने नौ नवंबर के फैसले पर रोक लगाए. मामले पर दोबारा विचार करे.
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