India | Reported by: Sonal Mehrotra |मंगलवार अप्रैल 12, 2016 03:58 AM IST अनंतु पीएस अस्पताल के बिस्तर पर पड़ा हुआ है। अब भी उसे पल-पल मंदिर में लगी उस आग के दृश्य याद आ रहे हैं, जिसने उसके पिता की जान ले ली। पुत्तिंगल देवी मंदिर में जब आतिशबाजी देखते ही देखते दु:स्वप्न बन गई उस समय अनंतु के पिता जान बचाकर भाग नहीं पाए, क्योंकि वे बैसाखी पर थे।