'पत्रकारिता की स्थिति'

- 5 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया |शनिवार जून 12, 2021 09:50 PM IST
    उन्होंने अशांत शिंजियांग प्रांत में लाखों मुसलमानों को हिरासत में रखने के लक्ष्य से चीन द्वारा गोपनीय तरीके से बनाए गए जेल और अन्य भवनों के बारे में जानकारी सार्वजनिक की थी. 'बजफीड न्यूज' की राजगोपालन समेत दो अन्य पत्रकारों को इनोवेटिव इंवेस्टिगेटिव पत्रकारिता के लिए पुलित्जर पुरस्कार दिया गया है. यह पत्रकारिता के क्षेत्र में दिया जाने वाला अमेरिका का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार है.
  • Career | Written by: नेहा फरहीन |गुरुवार जुलाई 30, 2020 01:05 PM IST
    COVID-19 महामारी के कारण इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (IIMC) इस साल PG डिप्लोमा कोर्सेस में एडमिशन के लिए एंट्रेंस टेस्ट आयोजित नहीं करेगा. दरअसल, कई क्षेत्रों में COVID 19 की बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर IIMC ने फैसला किया है कि इस साल नंबरों के आधार पर एडमिशन दिए जाएंगे. इंस्टीट्यूट ने एडवरटाइजिंग और पब्लिक रिलेशन,  रेडियो और टेलीविजन पत्रकारिता, हिंदी पत्रकारिता और अंग्रेजी पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के एडमिशन प्रक्रिया से संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. 
  • Blogs | रवीश कुमार |रविवार जून 7, 2020 07:09 PM IST
    पत्रकारिता बिनाका गीतमाला नहीं है. फरमाइश की चिट्ठी लिख दी और गीत बज गया. गीतमाला चलाने के लिए भी पैसे और लोगों की ज़रूरत तो होती होगी. मैं हर दिन ऐसे मैसेज देखता रहता हूं. आपसे उम्मीद है. लेकिन पत्रकारिता का सिस्टम सिर्फ उम्मीद से नहीं चलता. उसका सिस्टम बनता है पैसे से और पत्रकारिता की प्राथमिकता से. कई बार जिन संस्थानों के पास पैसे होते हैं वहां प्राथमिकता नहीं होती, लेकिन जहां प्राथमिकता होती है वहां पैसे नहीं होते. कोरोना के संकट में यह स्थिति और भयावह हो गई है.
  • Delhi-NCR | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार अगस्त 24, 2018 11:25 PM IST
    यदि आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के ट्वीट और रीट्वीट को संकेत माना जाए तो आशुतोष और आशीष खेतान अपने इस्तीफे के ऐलान से बहुत पहले ही केजरीवाल का समर्थन गंवा चुके थे. पत्रकारिता से राजनीति में आए आशुतोष और आशीष का पार्टी में घटता कद और शीर्ष नेतृत्व से उनके संबंधों की स्थिति मुख्यमंत्री केजरीवाल के ट्विटर टाइमलाइन पर झलकती है.
  • Blogs | सुधीर जैन |बुधवार अगस्त 31, 2016 03:56 PM IST
    देश के मौजूदा हालात के मद्देनज़र कुछ समाजशास्त्री, खासतौर पर अपराधशास्त्री, निकट भविष्य में भारतीय समाज को एक ऐसी दशा में जाता देख रहे हैं, जिसे एनोमी कहते है. कुछ समाजशास्त्री प्रतिमानहीनता नाम की इस सामाजिक दशा का एक लक्षण कानूनविहीनता भी बता गए हैं. यानी मौजूदा हालत का असर निकट भविष्य में अपराधों की संख्या में बढ़ोतरी के रूप में दिखेगा.
और पढ़ें »
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com