India | बुधवार दिसम्बर 3, 2014 07:29 PM IST अगर कर्नाटक सरकार ने तुरंत फैसला किया तो अप्रैल, 2015 में होने वाले पंचायत चुनाव में उसकी भारी जीत सुनिश्चित हो जाएगी, और यह पंचायत-विरोधी मोदी सरकार के लिए सबक होगा कि सब लोगों को हमेशा मूर्ख नहीं बनाया जा सकता।