India | Reported by: ए. वैद्यनाथन, Edited by: सुबोध आनंद गार्ग्य |सोमवार अगस्त 31, 2020 01:08 AM IST वकील-कार्यकर्ता प्रशांत भूषण, जो भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे और सुप्रीम कोर्ट की आलोचना करने वाले अपने ट्वीट के लिए अवमानना के दोषी पाए गए हैं, को आज सजा सुनाए जाने की उम्मीद है. 63 वर्षीय प्रशांत भूषण ने यह कहते हुए पीछे हटने या माफी मांगने से इनकार कर दिया कि यह उनकी अंतरात्मा और न्यायालय की अवमानना होगी. उनके वकील ने तर्क दिया है कि अदालत को प्रशांत भूषण की अत्यधिक आलोचना झेलनी चाहिए क्योंकि अदालत के "कंधे इस बोझ को उठाने के लिए काफी हैं." अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने भी सजा के खिलाफ तर्क दिया है. यह देखते हुए कि न्यायाधीश "स्वयं की रक्षा करने या समझाने के लिए प्रेस के पास नहीं जा सकते हैं," अदालत ने प्रशांत भूषण के की प्रतिष्ठा का हवाला देते हुए कहा, "अगर इनकी जगह कोई और होता, तो इसे नजरअंदाज करना आसान होता."