India | Reported by: विष्णु सोम |बुधवार अप्रैल 3, 2019 04:20 AM IST इसको लेकर अमेरिकी वैज्ञानिकों से जु़ड़े एक फेडरेशन ने दावा किया है. अमेरिकी सरकार के सूत्रों का हवाला देते हुए अंकित पांडा (Ankit Panda) ने 'द डिप्लोमैट' मैग्जीन में लिखा है कि 12 फरवरी को परीक्षण की गई एक मिसाइल ने 30 सेकंड तक उड़ान भरी थी, लेकिन मिसाइल पृथ्वी के लो ऑर्बिट में स्थित अपने लक्ष्य को नहीं भेद सकी थी.