India | Written by: मानस मिश्रा |गुरुवार फ़रवरी 27, 2020 01:03 PM IST दिल्ली हाईकोर्ट के जज एस मुरलीधर के तबादले पर घिरी सरकार की ओर से सफाई दी गई है. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सफाई दी है कि सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम ने प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता में 12 फरवरी को ही उनके तबादले की सिफारिश कर दी गई थी. किसी भी जज के ट्रांसफर पर उनकी भी सहमति ली जाती है और इस प्रक्रिया का भी पालन किया गया है. इस मुद्दे का का राजनीतिकरण के करके कांग्रेस ने एक बार फिर न्यायपालिका के प्रति अपनी दुर्भावना को दिखाया है.