'Foreigners Visa'

- 27 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: भाषा, Edited by: अंजलि कर्मकार |शुक्रवार नवम्बर 25, 2022 03:06 AM IST
    मीडिया में आई खबरों के अनुसार बी1 (बिजनेस) और बी2 (पर्यटक) वीजा पर अमेरिका जाने की योजना बनाने वालों को करीब तीन साल तक इंतजार करना होगा और भारत में आवेदकों के लिए इंतजार का समय करीब 1,000 दिन है.
  • India | Reported by: वार्ता |गुरुवार अक्टूबर 6, 2022 10:56 AM IST
    जयशंकर पांच से 11 अक्टूबर तक न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की दौरे पर हैं. इस दौरान वह वहां न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न के मुलाकात करेंगे.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव |गुरुवार मई 12, 2022 04:17 PM IST
    केंद्र की ओर से SG तुषार मेहता ने कहा था कि  सरकार एक रणनीति के तहत ब्लैक लिस्ट के आदेश नहीं देती.सरकार वीजा मैनुअल और ब्लैकलिस्टिंग नियमों को सार्वजनिक नहीं करती.
  • India | Reported by: नीता शर्मा, Edited by: तूलिका कुशवाहा |गुरुवार अक्टूबर 22, 2020 02:04 PM IST
    गुरुवार को भारत सरकार ने वीज़ा नियमों में ढील देते हुए विदेशों में रहने वाले भारतीयों और भारतीय और विदेशी मूल के नागरिकों को भारत आने की अनुमति दे दी है, हालांकि, इसमें अभी एक नियम बरकरार रखा गया है. इसमें शर्त रखी गई है कि ये नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत की यात्रा नहीं कर सके.
  • Career | Reported by: भाषा |बुधवार जुलाई 15, 2020 05:04 PM IST
    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को कहा कि वह जल्द ही योग्यता पर आधारित एक ऐसे नए आव्रजन कानून पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसमें उन प्रवासियों का भी ध्यान रखा जाएगा, जिन्हें बचपन में अवैध रूप से अमेरिका लगाया गया था. इन प्रवासियों में कई भारतीय या दक्षिण एशिया के लोग हैं. ट्रम्प अमेरिकी आव्रजन प्रणाली के पारिवारिक संबंधों के बजाय योग्यता आधारित होने पर लंबे समय से जोर दे रहे हैं. ट्रम्प ने व्हाइट हाउस के ‘रोज़ गार्डन’ में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हम एक आव्रजन कानून पर जल्द हस्ताक्षर करने वाले हैं. यह योग्यता आधारित होगा, यह काफी सशक्त होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हम डीएसीए (डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड अराइवल्स) पर काम करने वाले हैं क्योंकि हम लोगों को खुश करना चाहते हैं और मैं आपको बताना चाहूंगा कि यहां तक कि रूढ़िवादी रिपब्लिकन भी डीएसीए के साथ कुछ होते देखना चाहते हैं.’’
  • World | Reported by: एएफपी, Translated by: तूलिका कुशवाहा |बुधवार जुलाई 15, 2020 09:55 AM IST
    अमेरिका की ट्रंप सरकार को विदेशी छात्रों के वीज़ा पर लिए गए अपने विवादित फैसले को वापस लेना पड़ा है. कोरोनावायरस के चलते जब ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है, ऐसे में ट्रंप सरकार ने सभी विदेशी छात्रों को उनके देश वापस भेजने का फैसला किया था, जिसके बाद यह मामला कोर्ट में पहुंचा था.
  • Career | Reported by: भाषा |मंगलवार जुलाई 14, 2020 03:59 PM IST
    गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट समेत अमेरिका की कई शीर्ष प्रौद्योगिकी कंपनियां आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) के नये नियम के खिलाफ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की तरफ से दायर वाद में पक्ष बन गई हैं. इस नियम के मुताबिक विदेशी छात्रों को कम से कम एक पाठ्यक्रम ऐसा लेना होगा, जिसमें वह व्यक्तिगत रूप से कक्षा में उपस्थित रह सकें अन्यथा उन्हें निर्वासित होने के जोखिम का सामना करना होगा. अस्थायी निरोधक आदेश और प्रारंभिक निषेधाज्ञा का अनुरोध कर रही इन कंपनियों, अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स और अन्य आईटी पैरोकारी समूहों का कहना है कि छह जुलाई का आईसीई (ICE) का निर्देश नियुक्ति की उनकी योजनाओं को प्रभावित करेगा और उनके लिए अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अपने कारोबार में शामिल करना मुश्किल हो जाएगा. 
  • India | Reported by: भाषा |शुक्रवार जुलाई 10, 2020 03:25 AM IST
    भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूरी तरह ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने वाले विदेशी छात्रों का वीजा वापस लिए जाने के अमेरिका के फैसले से भारत चिंतित था क्योंकि इससे बड़ी संख्या में अमेरिका में शिक्षा ग्रहण कर रहे भारतीयों छात्रों को लौटना पड़ सकता है.
  • Career | Reported by: भाषा |गुरुवार जुलाई 9, 2020 03:34 PM IST
    अमेरिका में भारतीय दूतावास ने कहा कि एफ-1 वीज़ाधारक कुछ विदेशी छात्रों के लिए वीज़ा संबंधी नए दिशानिर्देश ‘अनिश्चितता और मुश्किलें पैदा' करने वाले हो सकते हैं. इस दिशा-निर्देशों के मुताबिक विदेशी छात्रों को कम से कम एक पाठ्यक्रम ऐसा लेना होगा, जिसमें वह व्यक्तिगत रूप से कक्षा में उपस्थित रह सकें, अन्यथा उन्हें निर्वासित होने के जोखिम का सामना करना होगा. भारतीय दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ऐसे वक्त में, जब अमेरिकी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों ने नए अकादमिक वर्ष के लिए अपनी योजनाओं की घोषणा नहीं की है, तो इन नए दिशानिर्देशों से अमेरिका में अपनी पढ़ाई जारी रखने के इच्छुक कुछ भारतीय विद्यार्थियों के लिए अनिश्चितता के हालात बन सकते हैं और मुश्किलें पैदा हो सकती हैं.''
  • World | Reported by: कादम्बिनी शर्मा, Translated by: आनंद नायक |बुधवार जुलाई 8, 2020 07:54 PM IST
    हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) ने संघीय अदालत से कहा है कि ट्रम्प प्रशासन को अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को उन पाठ्यक्रमों में निर्वासित (डिपोर्ट)करने के आदेश को रोकना चाहिए जो कोरोना वायरस संकट के कारण ऑनलाइन हो जाएंगे.
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