Zara Hatke | Reported by: सुनील कुमार सिंह, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शनिवार नवम्बर 25, 2017 07:32 PM IST जहां सोच वहां शौचालय ... स्वच्छता अभियान के विज्ञापन वाले इस वाक्य को यवतमाल में चौथी क्लास में पढ़ने वाली एक छोटी बच्ची ने चरितार्थ कर दिखाया है. स्कूल के स्वच्छता अभियान में पूछे गए एक सवाल ने उसे इतना आहात किया कि उसने पिता से कह दिया कि जब तक घर में शौचालय नहीं बनेगा वो स्कूल नहीं जाएगी. मजबूरन पिता को शौचालय बनवाना पड़ा.