Zara Hatke | Written by: बिक्रम कुमार सिंह |मंगलवार नवम्बर 9, 2021 07:22 AM IST किसी ने सच ही कहा है, इंसान दिल से ग़रीब या अमीर होता है, पैसों से नहीं. अभी हाल ही में कर्नाटक के 64 साल के फल विक्रेता हरेकला हजब्बा ने इसे साबित भी किया है. हरेकला हजब्बा करीब 10 साल से गरीब बच्चों के लिए स्कूल चलाते हैं.