सबख़बरें'Memoirs of Hudhud' - 4 न्यूज़ रिजल्ट्स निहाल किदवई की कलम से : हुदहुद की यादें, पार्ट-5India | बुधवार अक्टूबर 22, 2014 03:36 PM IST वास्तविकता यह है कि उस दौरान आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह से विफल हो गईं। लोगों की जानें इसलिए बचीं क्योंकि वे वक्त रहते सुरक्षित जगहों तक पहुंच गए।निहाल किदवई की कलम से : हुदहुद की यादें, पार्ट-4India | बुधवार अक्टूबर 22, 2014 03:36 PM IST हर पल हालात बद से बदतर हो रहे थे और हम शहर की तरफ लौटने की कोशिश में जुटे थे। हम आगे बढ़ रहे थे, लेकिन यह तय नहीं कर पा रहे थे कि आगे बढ़ना सही है या नहीं।निहाल किदवई की कलम से : हुदहुद की यादें-3India | बुधवार अक्टूबर 22, 2014 03:32 PM IST मैं, अपने कैमरा सहयोगी गोविन्द के साथ आर के बीच पहुंचा। बारिश काफी तेज़ हो चुकी थी और हवा की रफ्तार भी इतनी तेज़ थी कि कई बार खड़े होने में कदम डगमगा जाते। रिपोर्ट रिकॉर्ड करना मुश्किल हो रहा था।निहाल किदवई की कलम से : हुदहुद की यादें-2India | बुधवार अक्टूबर 22, 2014 03:28 PM IST हम लोग सुबह तकरीबन 0430 इस उम्मीद से उठे की सुबह की बुलेटिन के लिए वीडियो और कुछ रिपोर्ट भेज दे। होटल का दरवाज़ा खोलते ही पहला झटका लगा जब काफी तेज़ बह रही हवा ने ये साफ़ कर दिया कि ओबी वैन का डिश नहीं खोली जा सकती।और पढ़ें »