India | Edited by: अभिषेक पारीक |गुरुवार जुलाई 7, 2022 11:54 PM IST कविता का शीर्षक ‘सावधान रहें, महुआ!‘ है. लेखक के नाम की जगह लिखा है- भारत का
नागरिक. कविता कहती है, "सावधान रहो, उन्होंने उससे कहा, तुम अंत में जेल जाओगे! आपकी चिंता के लिए धन्यवाद उसने कहा. लेकिन मुझे लगता है कि जहाज रवाना हो गया है."