'GSLV Mk III'

- 11 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार जुलाई 22, 2019 02:56 PM IST
    पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा, यानी चांद पर भारत अपना दूसरा महत्वाकांक्षी मिशन 'चंद्रयान-2' आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में अपने सबसे शक्तिशाली रॉकेट लॉन्चर - GSLV Mk III - के ज़रिये प्रक्षेपित कर दिया गया है. 'चंद्रयान-2' चांद पर पानी की मौजूदगी तलाशने के अलावा भविष्य में यहां मनुष्य के रहने की संभावना भी तलाशेगा.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार जुलाई 22, 2019 10:28 AM IST
    लॉन्च देखने के लिए विभिन्न स्थानों के लोगों ने पंजीकरण कराया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "रॉकेट का प्रक्षेपण देखने के लिए कुल 7,500 लोगों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है."
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार जुलाई 22, 2019 07:25 PM IST
    चेन्नई से लगभग 100 किलोमीटर दूर सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र में दूसरे लांच पैड से चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण अपराह्न दो बजकर 43 मिनट पर किया जायेगा. इस मिशन की लागत 978 करोड़ रुपये है. एक सप्ताह पहले तकनीकी गड़बड़ी आने के बाद चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण रोक दिया गया था.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |सोमवार जुलाई 22, 2019 07:24 AM IST
    चांद पर भारत के दूसरे महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 को सोमवार को श्रीहरिकोटा से सबसे शक्तिशाली रॉकेट जीएसएलवी-मार्क III-एम1 के जरिए प्रक्षेपित किया जायेगा. चेन्नई से लगभग 100 किलोमीटर दूर सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र में दूसरे लांच पैड से चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण अपराह्न दो बजकर 43 मिनट पर किया जायेगा. इस मिशन की लागत 978 करोड़ रुपये है. एक सप्ताह पहले तकनीकी गड़बड़ी आने के बाद चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण रोक दिया गया था. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने 15 जुलाई को मिशन के प्रक्षेपण से 56 मिनट 24 सेकंड पहले मिशन नियंत्रण कक्ष से घोषणा के बाद रात 1.55 बजे इसे रोक दिया था. कई दिग्गज वैज्ञानिकों ने इस कदम के लिए इसरो की प्रशंसा भी की थी. उनका कहना था कि जल्दबाजी में कदम उठाने से बड़ा हादसा हो सकता था.
  • India | Reported by: पल्लव बागला, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शुक्रवार जुलाई 12, 2019 01:58 AM IST
    भारत की चांद की यात्रा की शुरुआत जल्द ही होने वाली है. इस दिशा में पहले कदम के रूप में रॉकेट बाहुबली की लॉन्चिंग 15 जुलाई को होने वाली है. श्रीहरिकोटा से लॉन्चिंग होगी और इस मौके पर वहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद रहेंगे.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार दिसम्बर 5, 2018 08:24 AM IST
    भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा बनाए ‘सबसे अधिक वजनी’ उपग्रह जीसैट-11 का पांच दिसंबर यानी बुधवार को को फ्रेंच गुआना के एरियानेस्पेस के एरियाने-5 रॉकेट से सफल प्रक्षेपण किया गया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि करीब 5,854 किलोग्राम वजन का जीसैट-11 देशभर में ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाएगा. बताया जा रहा है कि यह सैटेलाइट GSAT-11 इसरो का बनाया अब तक का ‘सबसे अधिक वजन’ वाला उपग्रह है.
  • India | Reported by: पल्लव बागला, Translated by: श्रीराम शर्मा |बुधवार जून 7, 2017 07:52 PM IST
    भारत के अब तक के सबसे वजनी अंतरिक्ष यान जीएसएलवी एमके-3 का सोमवार को सफल प्रक्षेपण किया गया. 640 टन वजनी इस यान का वजन 200 बड़े हाथियों जितना है.
  • Science | Gadgets 360 Staff |सोमवार जून 5, 2017 07:33 PM IST
    भारत ने सोमवार को अपने सबसे वजनी जीएसएलवी मार्क-3 रॉकेट को श्रीहरिकोटा से अंतरिक्ष के लिए छोड़ा। जीएसएलवी मार्क-3 अपने साथ 3,136 किलोग्राम वजनी संचार उपग्रह लेकर गया है, जिसे वह कक्षा में स्थापित करेगा।
  • India | भाषा |सोमवार जून 5, 2017 04:59 PM IST
    भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो ISRO) सोमवार की शाम सबसे भारी रॉकेट जीएसएलवी-एमके 3 डी1 के प्रक्षेपण के लिए पूरी तरह तैयार है और इस प्रक्रिया की उलटी गिनती 'सामान्य तौर पर चल रही' है. श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित होने वाला यह रॉकेट अपने साथ 3,136 किलोग्राम वजन का संचार उपग्रह जीसैट-19 लेकर जाएगा.
  • Science | भाषा |सोमवार जून 5, 2017 01:34 PM IST
    भारत के सबसे भारी रॉकेट जीएसएलवी एमके थ्री का श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केन्द्र से प्रक्षेपण के लिए 25 घंटे से अधिक की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। ISRO का यह रॉकेट संचार उपग्रह जीसैट-19 को लेकर जाएगा। जीएसएलवी एमके थ्री-डी 1 रॉकेट को सोमवार शाम 5 बजकर 28 मिनट पर यहां से तकरीबन 120 किलोमीटर दूर सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लांच पैड से उड़ान भरना है।
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