Ayodhya Ram Mandir: घर बैठे देखें भगवान राम की अब तक की यात्रा, श्रीमद रामायण में जानें कब-कहां उठा पाएंगे लुत्फ

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के जश्न के मौके पर घर बैठे राम भक्त टीवी सीरियल श्रीमद रामायण के अब तक के एपिसोड देख सकेंगे.

Ayodhya Ram Mandir: घर बैठे देखें भगवान राम की अब तक की यात्रा, श्रीमद रामायण में जानें कब-कहां उठा पाएंगे लुत्फ

Srimad Ramayan: 22 जनवरी को सोनी टीवी पर देखें पूरे दिन श्रीमद रामायण

नई दिल्ली:

अयोध्या में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार लोगों को बरसों से है. वहीं 22 जनवरी को भक्तों का यह इंतजार खत्म होगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) द्वारा इसका उद्घाटन करेंगे. इसी शुभ अवसर पर सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के दिव्य महाकाव्य 'श्रीमद रामायण (Srimad Ramayan)' का प्रसारण 22 जनवरी, सुबह 9 बजे से शाम 7.30 बजे तक टीवी पर दिखाया जाएगा, जिसमें भगवान राम की अब तक की यात्रा फैंस को देखने को मिलेगा. सोनी टीवी के ऑफिशियल इंस्टाग्राम पेज पर एक प्रोमो शेयर किया गया, जिसके साथ कैप्शन में लिखा गया, 22 जनवरी को हर मन में गूंजेगा बस एक ही नाम, दर्शन देंगे जब श्री राम. देखिए श्रीमद् रामायण के अब तक के सारे एपिसोड, 22 जनवरी को सुबह 9 से शाम 7:30 बजे, सिर्फ सोनी एंटरटेनेंट पर. श्रीमद् रामायण, सोम से शुक्र रात 9 बजे, सिर्फ सोनी टीवी पर.

श्रीमद रामायण ने दर्शकों का दिल जीतत लिया है, जिसमें भगवान राम (Lord Rama) की कालजयी यात्रा को दर्शाया गया है और संपूर्ण मूल्यों और जीवन के सबक पर जोर दिया गया है जो आज भी प्रासंगिक हैं. अब तक सीरियल में भगवान राम के दिव्य जन्म, गुरुकुल से लौटने के बाद राजा दशरथ के साथ उनके पुनर्मिलन और कैसे वो खतरनाक ताड़का का सामना करते हैं हुए दिखाया गया है और अब भव्य 'राम-सीता स्वयंवर' के साथ कथा में एक महत्वपूर्ण पल देखने को मिल रहा है. 

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दरअसल, अहिल्या, जिसे पत्थर बनने का शाप दिया गया था, को मोक्ष देने के बाद, भगवान राम ऋषि विश्वामित्र के साथ मिथिला चले गए, जहां उन्होंने महल में राजा जनक द्वारा आयोजित 'सीता स्वयंवर' में भाग लिया. राजा जनक ने घोषणा की है कि शिव धनुष को उठाने में सक्षम एक व्यक्ति की शादी उनकी बेटी सीता से की जाएगी, और भगवान राम न केवल धनुष को उठाने और प्रत्यंचा चढ़ाने में सक्षम हैं, बल्कि इसे मोड़ने में भी सक्षम हैं ताकि यह बीच में ही टूट जाए. और इस प्रकार, सीता का भव्य स्वयंवर भगवान राम के साथ उनके पवित्र विवाह के साथ संपन्न होगा.