सरकार की ओर से खेल स्टेडियमों और परिसरों को खोलने की इजाजत दी गई है..
नई दिल्ली: स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) ने देश में खेल को फिर से शुरू करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार की है. साई ने यह SOP सरकार की ओर से खेल स्टेडियमों और परिसरों को खोलने की इजाजत देने के बाद तैयार की है, इसके तहत एथलीटों का प्रशिक्षण चरणबद्ध तरीके से शुरू होगा. साई ने खेलों को चार श्रेणियों में विभाजित किया है जिसमें हर श्रेणी के लिए अलग-अलग सावधानियां बरतने की सलाह दी गई गई. सभी एथलीटों, कोचों और कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु डाउनलोड करना अनिवार्य किया गया है. यह ऐप कोविड-19 के मरीजों की 'ट्रैकिंग' में मददगार है.
साई की एसओपी के तहत खेलों को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है-नॉन कांटेक्ट, मीडियम कांटेक्स, फुल कांटेक्ट और वाटर स्पोर्ट्स. हर श्रेणी के खेल के लिए ट्रेनिंग की बहाली के लिए अलग-अलग प्रक्रियाएं हैं. इसके साथ ही उन एथलीटों और कर्मचारियों के लिए भी अलग-अलग प्रक्रियाएं हैं जो लॉकडाउन अवधि के दौरान SAI सुविधाओं में रहे, और वे लोग जो सीमित अवधि या लॉकडाउन की पूरी अवधि के दौरान साई की सुविधाओं से दूर रहे.
SOP में प्रत्येक SAI स्थल पर एक COVID टॉस्क फोर्स की नियुक्ति का प्रावधान है जो साई सेंटरों के सभी ट्रेनीज और कर्मचारियों की निगरानी और मार्गदर्शन करेगा. टॉस्क फोर्स में हर राष्ट्रीय खेल महासंघ (NSF) के मुख्य कोचिंग स्टाफ को सदस्य के रूप में शामिल किया जाएगा. केंद्र का प्रभारी टास्क फोर्स का पदेन अध्यक्ष होगा और एसओपी में उल्लिखित प्रोटोकॉल के उचित क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार होगा. ट्रेनिंग फिर से शुरू करने से पहले साई सेंटर्स को डिसइनफेक्ट करने के बारे में भी एसओपी में कहा गया है.
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इस घटना ने दुनिया भर में सुर्खियां बटोरी है. आलोचकों की जग हंसाई हो रही है और अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने इसे खेल जगत को शर्मसार करने वाली और हास्यास्पद घटना करार दिया है.