मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने गुरुवार को चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि उनकी सरकार दंगों में लिप्त पाए गए किसी व्यक्ति को नहीं बख्शेगी. उन्होंने हाल ही में राज्य के खरगोन में हुई सांप्रदायिक हिंसा में कथित तौर से शामिल लोगों के ‘अवैध ढांचों' को गिराने की कार्रवाई को भी उचित ठहराया. राज्य के महू में एक सभा को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि ऐसे लोग जिन्होंने घर जला दिए उन पर कार्रवाई होना चाहिए या नहीं...???दिग्विजय सिंह को उसमें भी दर्द होता है, कार्रवाई कैसे हो गई. झूठे फोटो पोस्ट कर रहें हैं पता नहीं कहां-कहां झंडा लगा दिया और बता दिया कि यह मध्यप्रदेश में लगा है.अरे झूठों कुछ तो शर्म करो. इस दौरान चौहान ने संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर की 131वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी. गौरतलब है कि डॉक्टर भीम राव आंबेडकर का जन्म महू में हुआ था.
मुख्यमंत्री ने कहा, 'ये प्रदेश में आग लगाना चाहते हैं लोगों को भड़काकर शांति भंग करना चाहते हैं ताकि, अच्छे काम से लोगों का ध्यान हट जाए. मैं फिर कह रहा हूं कि किसी भी जात, पात, धर्म, किसी को घबराने की जरूरत नहीं है, भारतीय जनता पार्टी की सरकार सभी को सम्मान और सुरक्षा देगी. भाईचारा कायम रखिए.हां, गड़बड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. दिग्गी राजा तुम कुछ भी कर लो, उनको तो तुम नहीं बचा सकते.'
शिवराज ने कहा, 'अपने प्रदेश के सामाजिक सद्भाव को कायम रखिए. सारे त्योहार धूम धाम और उत्साह से बनाएं लेकिन, भाईचारा कायम रखिए.आने वाले समय में हनुमान जयंती हो, गुड फ्राइडे हो, ईद हो प्रेम से भाई चारे से मनाइए, सरकार सबके साथ है. जिन्होंने घर जलाये हैं उनके खिलाफ़ कार्रवाई होगी लेकिन जिनके घर जले हैं, वो चिंता न करें, मामा फिर से घर बनवाएगा. अभी तो हम करेंगे,लेकिन बाद में जिन्होंने जलाए हैं उनसे वसूल करूंगा, छोडूंगा नहीं.इस बीच, खरगोन में आज कर्फ्यू में दो घंटों के लिए ढील दी गई. इस दौरान केवल महिलाओं को ही जरूरी सामान खरीदने के लिए बाहर निकलने की इजाजत दी गई. सुबह 10 बजे से दी गई ढील के दौरान कई महिलाएं खरीदारी करती नजर आईं.
- ये भी पढ़ें -
* दिल्ली : अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन की दीवार से लड़की कूदी, CISF के जवानों ने चादर बिछा किया 'कैच'
* 'मैंने ही अधिकारियों को अरविंद केजरीवाल से मिलने भेजा' : भगवंत मान बनाम विपक्ष
* "आपके पास अभी भी मौका है.... : हिजाब समर्थक किशोरी ने कर्नाटक के सीएम से लगाई गुहार
बजरंग मुनि पहले भी दे चुका है नफ़रती भाषण, जानिए गिरफ़्तारी के पीछे की पूरी कहानी