बारिश में सड़क बन जाती है दलदल, चारपाई के सहारे इलाज के लिए जाना पड़ता है अस्पताल

विदिशा के वार्ड क्रमांक 1 रायपुरा बस्ती में अधिकतर मजदूर तबके के लोग करते हैं. यह लोग मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं.

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विदिशा: देश भले ही विश्व भर में डिजिटल इंडिया का दावा कर रहा है पर भारत का दिल कहे जाने वाले गांव आज भी चार पाई के सहारे हैं. यह हालात कहीं और के नहीं बल्कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ग्रह जिले विदिशा वार्ड क्रमांक एक रायपुरा बस्ती के हैं, जहां आज भी बारिश में सड़क दलदल में तब्दील हो जाती है. बारिश के मौसम में यहां के लोगो को बस्ती के बाहर निकलने के लिए चार पाई का सहारा लेना पड़ता है. इन सब हालातों पर कांग्रेस ने विदिशा नगर पालिका को जिम्मेदार ठहराया है. 

विदिशा के वार्ड क्रमांक 1 रायपुरा बस्ती में अधिकतर मजदूर तबके के लोग करते हैं. यह लोग मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं. नगर पालिका द्वारा इन मजदूरों को पट्टे देकर यहां बसाया गया था. नगर पालिका ने इन मजदूरों को यहां बसा तो दिया, लेकिन इसकी सुध आज तक नहीं ली. आज भी यहां के लोग सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं.

बारिश होते ही सड़क हो जाती है दलदल में तब्दील 

सालों से यहां रह रहीं मोना बाई ने कहा कि हर बारिश में हमें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कोई महिला या बच्चा बीमार हो जाए तो उसे चार पाई पर अस्पताल या जिला मुख्यालय ले जाना पड़ता है. 

यहां की अन्य निवासी धर्मा बाई ने कहा कि गरीबों का कोई नही होता. बारिश के महीनो में हम लोगों को नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर होना पड़ता है. हमारी बस्ती में नेता समाज सेवी फोटो खिंचवाने तो आते हैं. लेकिन बस्ती की हालात बदलने कोई नहीं आता. हम लोगों को सालों से आश्वासन ही मिल रहा है.



एडीएम अनिल डामोर ने कहा कि इन हालातों के बारे में जानकारी नही थी. मीडिया ने संज्ञान में लाया है तो जांच कराएंगे. नगर पालिका अधिकारियों को अवगत करा कर जल्द समस्या का निराकरण किया जाएगा.

कांग्रेस ने लगाए नगर पालिका पर गंभीर आरोप 

कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने नगर पालिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने विधायक निधि से सड़क बनाने के लिए दो साल पहले पैसे दिए थे. मगर अभी तक विधायक निधि से भी यहां काम नगर पालिका द्वारा नहीं कराया गया. मैं चाहता था कि उस पुलिया का पूरा काम करवा दिया जाए, जिससे लोगों को आने जाने में परेशानी न हो. मगर नगर पालिका द्वारा निर्माण नहीं कराया गया. इसलिए हमने नगर पालिका का नाम बदलकर नरकपलिका रख दिया है. 

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