मध्यप्रदेश के सिवनी के सिमरिया में दो आदिवासियों की हत्या के विरोध में सोमवार को कई संगठनों के बंद का सिवनी में बड़ा असर देखा गया. हत्यारों को फांसी देने के नारों के साथ प्रदर्शनकारियों का विशाल जत्था सड़क पर बढ़ चला. जिला मुख्यालय पर भी बंद का असर देखा गया. बंद को लेकर प्रशासन अलर्ट है, सिवनी पहुंचने वाले सभी मार्गो पर पुलिस बल तैनात कर दिया है. भारी वाहनों का सिवनी शहर की सीमा में प्रवेश बंद रखा गया है. इस आंदोलन में आने वाले लागों को चेक पोस्ट लगाकर रोक दिया गया है.
सिवनी शहर में प्रवेश ना मिलने पर आंदोलन में आ रहे लोग चेकपोस्ट पर ही बैठ गए है. सिवनी जिले के सिमरिया गांव में बीते मंगलवार यानी तीन मई को 15-20 आरोपियों ने संपत लाल वट्टी और धानसाय इनवाती नाम के दो आदिवासियों को पीट- पीट कर मार डाला था.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में दो आदिवासी युवकों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी. हत्या का आरोप बजरंग दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं पर लगा था. बताया जा रहा है कि बजरंग दल के लोगों द्वारा 2 आदिवासियों को गोवंश हत्या (Cow Slaughter) के शक में पकड़ा था और उन लोगों की इतनी पिटाई की थी कि दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.
घटना के बाद से लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. लोगों ने घटना के बाद कुरई के नेशनल हाईवे को जाम कर दिया था. घटना की जानकारी लगते ही बरघाट विधायक अर्जुन काकोडिया भी मौके पर गए थे. विधायक ने मांग की थी कि जैसा कि शिवराज सरकार पूरे मध्य प्रदेश में आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चला रही है, वैसे ही इन आरोपियों के घर पर ही तत्काल बुलडोजर चलाया जाए.