मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड में जंगली हाथियों के समूह के उत्पात के कारण ग्रामीणों और हाथियों में संघर्ष की स्थिति बनने लगी है. इन हालात से निपटने के लिए मध्यप्रदेश में वन विभाग एक अनोखा प्रयोग करने जा रहा है. अब खेतों में मधुमक्खी पालन कराया जाएगा. ताकि हाथी डर से खेतों में फसल को बर्बाद न करें.
मध्य प्रदेश वन विभाग के अनुसार किसानों की फसलों को बचाने के लिए मधुमक्खियों का सहारा लिया जा सकता है. इसके लिए हाथी प्रभावित क्षेत्र के किसान अपने खेतों में मधुमक्खी पालन कर सकते हैं. इससे हाथी खेतों की ओर नहीं जाएंगे. साथ ही मधुमक्खी पालन से उन्हें दोहरा लाभ भी होगा. वन विभाग की ओर से एमपी के गावों में मधुमक्खी पालन के लिए डिब्बा का वितरण किया जाएगा. हाल के दिनों में हाथियों ने करीब 26 लोगों की जान ले ली है.
बता दें कि हाथी मधुमक्खी हाथियों की आंख और सूंड में डंक मारती हैं. मधुमक्खियों की आवाज हाथियों को परेशान करती है. इसलिए हाथी उस इलाके से दूर भागते हैं. वहीं, किसान शहद एकत्र कर एवं उसे आसानी से बाजार में बेचकर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर सकते हैं. यह उनके लिए एक अच्छा व्यवसाय भी साबित हो सकता है.
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