भोपाल : आग से चार बच्चों की मौत, अस्पताल ने 15 साल से नहीं ली थी फयर एनओसी

मध्यप्रदेश के भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में तीसरे माले के एसएनसीयू में लगी आग, चार बच्चों की मौत हुई

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल ने 15 साल से फायर एनओसी नहीं ली थी.
भोपाल:

भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में सोमवार की रात में मौत का ऐसा तांडव मचा, जिसे मरीजों के परिजन कभी नहीं भूल पाएंगे. तीसरे माले के एसएनसीयू में लगी आग ने 4 बच्चों की जान ले ली. बेबस परिजनों के पास रोने-बिलखने के अलावा कोई चारा नहीं था, सरकार फिलहाल लापरवाही से इनकार कर रही है लेकिन एनडीटीवी को जो तथ्य मिले हैं वो इसी ओर इशारा कर रहे हैं. हालात यह है कि अस्पताल ने 15 साल से फायर एनओसी तक नहीं लिया था.

करण और निकिता मजदूरी करते हैं. साल 2018 में इसी अस्पताल में उनकी एक बिटिया की मौत हुई और 2021 में 12 दिन की बेटी को खो दिया. बेबस मां-बाप कुछ नहीं कर पाए. निकिता ने बताया कि ''दूध पिलाने जा रही थी इतने में आग लग गई. बाकी सबको भगा दिया, नहीं जाने दिया अंदर. बाद में कहा तुम्हारी लड़की खत्म हो गई.''

सरकार कह रही है चार बच्चों की मौत हुई, लेकिन मंगलवार को दिन में भी हमारे कैमरे के सामने दो और बच्चों के शव निकले. परिजन कह रहे हैं कि संख्या छिपाई जा रही है. शैलेन्द्र की बच्ची मंगलवार को डिस्चार्ज होने वाली थी लेकिन वे अब शव लेकर जा रहे हैं. कहा गया है कि आग की वजह से मौत हुई. शैलेन्द्र ने कहा कि ''हॉस्पिटल में कोई किसी की नहीं सुन रहा. कई बच्चे हैं, सब जले हैं. हम लोग बोल रहे हैं तो भगा रहे हैं. हीटर से आग लगी है.''

Advertisement

सरकार लाख दलीलें दे, अव्यवस्था हर तरफ दिख रही थी. बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर मिलाकर आठ मंजिल के इस हॉस्पिटल में आग से बचाव के कोई इंतजाम नहीं थे. ऑटोमेटिक हाइड्रेंट भी खराब पड़ा था. मोहित यादव ने बताया कि ''फायर एक्टिंगिविशर था, हमने निकाला, सब खाली था, फिर हमने बच्चों को निकाला.''

Advertisement

हैरत की बात ये है कि कमला नेहरू हॉस्पिटल में 15 साल से फायर NOC नहीं ली गई थी. बीएमसी के एडिश्नल कमिश्नर, फायर सेफ्टी केएस परिहार ने बताया कि ''कमला नेहरू की कोई एप्लीकेशन नहीं है, मेरी नजर में नहीं है. हमारी टीम ने पाया इक्विपमेंट आउटडेटेड थे, काम नहीं कर रहे थे. चार-पांच बार नोटिस गया है अस्पतालों को जिसमें कमला नेहरू भी शामिल है.''

Advertisement

सरकार कह रही है लापरवाही करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. विपक्ष सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहा है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि ''सुनिश्चित ही नहीं करेंगे दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे. ये जांच के दायरे में है टिप्पणी ठीक नहीं है. हर पहलू पर जांच होगी सुनिश्चित करेंगे, पुनरावृत्ति ना हो.''

Advertisement

पूर्व कानून मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि ''फायग एक्सिंगविशर नहीं है, कहा जाता है मध्यप्रदेश का बेस्ट अस्पताल है. डेंगू में अलग जान गई. पूरा हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर फेल हो गया है.''

पूरे मामले की जांच का जिम्मा एडिशनल चीफ सेक्रेटरी लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान को दिया गया है. 

Featured Video Of The Day
Kedarnath Yatra: बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए अब आपको पूरे दिन नहीं चलना पड़ेगा | Khabron Ki Khabar
Topics mentioned in this article