65 मजदूरों को नहीं मिला मेहनताना, परिवार सहित पहुंचकर मज़दूरी के लिए कलेक्टर से गुहार लगाई

मजदूरों ने बताया कि उन्होंने 390 दिन काम किया. उनके साथ 65 मजदूर काम कर रहे थे, इन सभी मजदूरों ने 80 हजार गड्ढे खोदे, 1 लाख 13 हजार से ज्यादा पौधे रोपे. सभी मज़दूरों का 9 लाख 88 हजार बकाया है.

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उमरिया जिले से मजदूरी करने आए करीब 65 मजदूरों को मजदूरी नहीं मिलने पर मजदूर परिवार कलेक्टर की शरण में पहुंचा मजदूरों ने कलेक्टर से गुहार लगाते हुए कहा उनकी 390 दिन की मजदूरी नहीं मिल पाई इतना ही नहीं मजदूरों ने वन विभाग के रेंजर कर्मचारियों पर जान से मारने की धमकी के आरोप भी लगाए. दरअसल विदिशा जिले की लटेरी तहसील के अंतर्गत वन विभाग की रेंज में शेरपुर प्लांटेशन तैयार किया जा रहा है. जिसमें काम करने के लिए उमरिया जिले से 65 मजदूर बुलाए गए थे. मजदूरों ने 1 साल से ज्यादा काम किया लेकिन अब तक उन्हें मेहनताना नहीं मिला है. जिसके कारण उन्होंने जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर से गुहार लगाई है.

मजदूरों ने बताया कि उन्होंने 390 दिन काम किया. उनके साथ 65 मजदूर काम कर रहे थे, इन सभी मजदूरों ने 80 हजार गड्ढे खोदे, 1 लाख 13 हजार से ज्यादा पौधे रोपे. सभी मज़दूरों का 9 लाख 88 हजार बकाया है. जब वे इस राशि मांगते हैं, तब लटेरी क्षेत्र की रेंजर कृष्णा, डिप्टी रेंजर कमल मालवीय और नाकेदार अशोक कुशवाहा उन्हें मारने की धमकी देते हैं. और उन्हें भगा देते हैं. राकेश कुमार लोनी ने बताया कि करीब 20 आदमी अपने गांव जा चुके हैं, शेष 45 मज़दूर कलेक्टर के पास अपनी गुहार लेकर आए हैं. मज़दूरों ने जानकारी दी कि बच्चों ने करीब 8-10 दिन से कुछ नहीं खाया है. 

लटेरी वन विभाग रहता है विवादों में 

यह पहली बार नही हुआ है. इससे पहले भी ऐसे मामले आते रहे हैं.  कई बार ऐसा हुआ है कि मज़दूरों से काम करवा कर उन्हें पैसे नहीं दिए गए हैं.

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अधिकारियों ने दिया आश्वासन 

कलेक्ट्रेट में पहुंचे 65 परिवार मजदूरों को कलेक्टर की ओर से आश्वासन दिया गया  है कि जल्द ही उनकी शिकायत पर जांच कराई जाएगी.
 

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