मराठी अस्मिता ने कराया मेल अब चुनाव में भी 'हम साथ-साथ हैं'... उद्धव-राज को लेकर राऊत का बड़ा बयान

उद्धव और राज ठाकरे के साथ चुनाव लड़ने पर संजय राऊत ने कहा, "मुंबई, नासिक, ठाणे, कल्याण, डोंबिवली में हम एक साथ लड़ेंगे. इसके अलावा और भी महानगरपालिकाएं हैं, वहां भी हमारी चर्चा जारी है."

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राज और उद्धव ठाकरे.
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  • मराठी अस्मिता के मुद्दे पर साथ आए उद्धव और राज ठाकरे अब महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव साथ लड़ने जा रहे हैं.
  • संजय राऊत ने मुंबई, नासिक, ठाणे, कल्याण, डोंबिवली में ठाकरे बंधुओं के साथ चुनाव लड़ने की पुष्टि की.
  • ठाकरे भाइयों की एकजुटता भाजपा और शिवसेना के शिंदे गुट के लिए राजनीतिक चुनौती बन सकती है.
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मुंबई:

Maharashtra Local Body Elections: महाराष्ट्र की राजनीति से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. मराठी अस्मिता के सवाल पर साथ आए उद्धव और राज ठाकरे अब राज्य में होने वाले स्थानीय चुनाव में भी साथ-साथ लड़ने की तैयारी में है. शुक्रवार को शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने इस मामले में एक बड़ा बयान दिया है. राऊत का बयान इस बात का स्पष्ट संकेत है कि अब ठाकरे ब्रदर्स एक साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे. ठाकरे बंधुओं का एक साथ चुनाव लड़ना भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) गुट के लिए चिंता का कारण बन सकती है.

मुंबई, नासिक, ठाणे, कल्याण, डोंबिवली में हम एक साथ लड़ेंगेः संजय राऊत

दरअसल शुक्रवार को उद्धव और राज ठाकरे की एकजुटता पर संजय राऊत ने कहा, "मुंबई, नासिक, ठाणे, कल्याण, डोंबिवली में हम एक साथ लड़ेंगे. इसके अलावा और भी महानगरपालिकाएं हैं, वहां भी हमारी चर्चा जारी है. राज और उद्धव ठाकरे की मराठी लोगों की ताकत है. शुक्रवार को संजय राऊत ने उक्त बातें नासिक में कही.

मालूम हो कि महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाला है. इस चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलें अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी है. इससे पहले त्रिभाषा नीति को मराठी अस्मिता से जोड़ते हुए ठाकरे ब्रदर्स ने महाराष्ट्र में बड़ा आंदोलन छेड़ा था. जिसके बाद सरकार ने इस नीति को लाने के फैसले को रद्द कर दिया. जिसके बाद दोनों भाइयों ने एक बड़ी रैली की थी.

मुंबई, पुणे, नाशिक में जीतकर दिखाएं... भाजपा नेता

हालांकि स्थानीय चुनावों के लिए ठाकरे भाइयों के साथ आने के संजय राउत के दावों पर भाजपा मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि लोकतंत्र है, कोई भी एकजुट हो सकता है, कोई भी अलग हो सकता है. मेरी अपील है कि वे कम से कम मुंबई, पुणे, नासिक में तो चुनाव जीतकर दिखाएँ! फिर आगे की बात करें.

भाजपा नेता बोले- नतीजों के बाद हम मिलेंगे

भाजपा नेता ने आगे कहा कि संजय राउत को ज़्यादा गंभीरता से लेने की ज़रूरत नहीं है! अब चुनाव नज़दीक है, चुनाव का सामना करते हैं, नतीजों के बाद देखेंगे! लोकतंत्र है, कोई भी एकजुट हो सकता है, कोई भी अलग हो सकता है, उसे कौन रोकेगा! नतीजों के बाद हम मिलेंगे.

शिंदे गुट के नेता बोले- संजय राऊत को कोई गंभीरता से नहीं लेता

दूसरी ओर ठाकरे भाइयों के एकसाथ निकाय चुनाव लड़ने के संजय राऊत के दावे पर शिंदे गुट शिवसेना के मंत्री भरत गोगावले ने कहा कि अगर ठाकरे भाई मराठी लोगों की ताकत बढ़ा रहे हैं, तो क्या हम मराठी नहीं हैं? संजय राऊत कुछ भी कहें, कोई उन्हें गंभीरता से नहीं लेता. संजय राऊत खूब बोलें, नगर निगमों में महायुति की ताकत अटूट है.

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