Magarashtra : फरार घोषित मुम्बई पुलिस के पूर्व आयुक्त और वर्तमान में होमगार्ड डीजी परमबीर सिंह (Param Bir Singh) सोमवार सुबह अपने दफ्तर में पहुंचे. परमबीर अभी छुट्टी पर हैं, इसलिए वे अपने केबिन में कुर्सी पर नहीं बैठे बल्कि सामने दूसरे अफसरों के लिए रखी कुर्सी पर बैठे. कुछ देर बाद वे उसी बिल्डिंग में स्थित चाँदीवाल आयोग (Chandiwal Commission)के सामने हाजिर हुए. एंटीलिया केस में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे (Sachin vaze)वहां पहले से मौजूद था. सचिन वाजे ने कुछ सेकंड के लिए परमबीर के कान में कुछ कहा. परमबीर सिंह की मौजूदगी में उनके खिलाफ जारी जमानती वारंट रद्द करने की अर्जी उनके वकील ने दी. चाँदीवाल आयोग ने जमानती वांरट रद्द करने के लिए 15 हजार रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में देने के आदेश के साथ जमानती वारंट रद्द किया.
आयोग ने परमबीर से अगली तारीख पर हाजिर रहने को कहा तब मुंबई के इस पूर्व पुलिस आयक्त के वकील ने दूसरे मामलों और तबीयत का हवाला देकर अनुपस्थिति रहने की अनुमति मांगी. आयोग में इस बारे में एफिडेविट देने को कहा. परमबीर के वकील ने इसके लिए एक घंटे का वक्त मांगा. उसके बाद परमबीर और सचिन वाजे आयोग के बगल के कमरे में बैठ कर बात करने लगे. कुछ देर बार महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्रीअनिल देशमुख (Anil Deshmukh)के वकील ने आयोग के पास मौखिक-लिखित शिकायत की कि दोनों एक घन्टे से साथ मे एक कमरे में बैठे हैं, इस पर आयोग ने कहा, ' मैं सब पर नजर नही रख सकता, लेकिन आप की आपत्ति है तो मैं सचिन वाजे को कहता हूं कि वो अलग बैठे. आयोग ने सचिन वाजे को कहा कि अनिल देशमुख के वकील ने आपत्ति जताई है इसलिए आप अलग बैठिए.