शौचालय के लिए नवविवाहिता ने छोड़ी ससुराल!
नई दिल्ली:
टॉयलेट एक प्रेम कथा फिल्म तो याद होगी? यह फिल्म ग्रामीण इलाकों में टॉयलेट के मुद्दे को लेकर बनीं थी, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी की स्वच्छ भारत मिशन के महत्व को दिखाया गया था. उत्तर प्रदेश के गांव महोबा में एक दुल्हन ने भी इस फिल्म की कहानी को असल जिंदगी में दर्शा दिया. इस नवविवाहिता ने ससुराल में टॉयलेट ना होने के चलते अपने पति का घर छोड़ दिया.
ट्रेन के अंदर चाय के डिब्बे में मिलाया जा रहा था टॉयलेट का पानी, वीडियो हुआ वायरल
उत्तर प्रदेश में महोबा जिले के खन्ना गांव की इस नवविवाहिता का कहना है कि 'जब तक शौचालय नहीं, तब तक ससुराल नहीं.' महोबा जिले के खन्ना गांव में एक मई को ब्याह कर आई सुनीता (20) घर में शौचालय न होने पर परिजनों के साथ अपने मायके लौट गई है और उसने अपने पति से कहा कि जब तक शौचालय नहीं, तब तक ससुराल नहीं.
सुनीता के पति देवीदास प्रजापति ने बताया कि "उसकी पत्नी ने विदा होकर ससुराल आते ही बता दिया था कि वह अपने मायके में बाहर कभी शौच के लिए नहीं गई और यहां भी बाहर नहीं जाएगी. वह अपने परिजनों को बुलाकर मायके मध्य प्रदेश के लौंड़ी लौट गई है और शौचालय निर्माण न होने तक वापस न आने का निर्णय लिया है."
VIDEO: दो लड़के लिफ्ट में कर रहे थे कुछ ऐसा, महिला हाथ से छिपा रही थी कैमरा
देवीदास ने बताया, "पत्नी को वापस बुलाने के लिए वह खुद शौचालय का गड्ढा खोद कर निर्माण कराएगा."
गांव की प्रधान सुमन सिंह ने बताया कि शौचालय विहीन पात्र लोगों को गड्ढा खोदने के बाद पहली किस्त के रूप में छह हजार रुपये दिए जाते हैं. देवीदास ने अब तक गड्ढा नहीं खोदा, इसलिए धनराशि नहीं दी गई है. (इनपुट - आईएएनएस)
देखें वीडियो - घर में शौचालय न होने पर 17 साल की लड़की ने फांसी लगाकर दे दी जान
ट्रेन के अंदर चाय के डिब्बे में मिलाया जा रहा था टॉयलेट का पानी, वीडियो हुआ वायरल
उत्तर प्रदेश में महोबा जिले के खन्ना गांव की इस नवविवाहिता का कहना है कि 'जब तक शौचालय नहीं, तब तक ससुराल नहीं.' महोबा जिले के खन्ना गांव में एक मई को ब्याह कर आई सुनीता (20) घर में शौचालय न होने पर परिजनों के साथ अपने मायके लौट गई है और उसने अपने पति से कहा कि जब तक शौचालय नहीं, तब तक ससुराल नहीं.
सुनीता के पति देवीदास प्रजापति ने बताया कि "उसकी पत्नी ने विदा होकर ससुराल आते ही बता दिया था कि वह अपने मायके में बाहर कभी शौच के लिए नहीं गई और यहां भी बाहर नहीं जाएगी. वह अपने परिजनों को बुलाकर मायके मध्य प्रदेश के लौंड़ी लौट गई है और शौचालय निर्माण न होने तक वापस न आने का निर्णय लिया है."
VIDEO: दो लड़के लिफ्ट में कर रहे थे कुछ ऐसा, महिला हाथ से छिपा रही थी कैमरा
देवीदास ने बताया, "पत्नी को वापस बुलाने के लिए वह खुद शौचालय का गड्ढा खोद कर निर्माण कराएगा."
गांव की प्रधान सुमन सिंह ने बताया कि शौचालय विहीन पात्र लोगों को गड्ढा खोदने के बाद पहली किस्त के रूप में छह हजार रुपये दिए जाते हैं. देवीदास ने अब तक गड्ढा नहीं खोदा, इसलिए धनराशि नहीं दी गई है. (इनपुट - आईएएनएस)
देखें वीडियो - घर में शौचालय न होने पर 17 साल की लड़की ने फांसी लगाकर दे दी जान
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं