नई दिल्ली:
पिंपल्स से हर कोई परेशान है. मौसम में बदलाव और स्किन केयर प्रोडक्ट्स का हेर-फेर मिनटों में चेहरे को पिंपल्स से भर देता है. स्किन टाइप कोई भी हो ये पिंपल्स सभी को होते है और दाग छोड़ जाते हैं. लेकिन आपने देखा होगा कि हर किसी को अलग-अलग तरह के पिंपल्स होते हैं, लेकिन सब एक ही तरह का ट्रिटमेंट लेते हैं, जो कि गलत है! अगर पिंपल्स अलग हैं तो उनका इलाज भी अलग होगा. यहां समझिए कि आपको किस तरह के पिंपल्स हैं और फिर उसके अनुसार इलाज कीजिए.
शरीर से दूर करना चाहते हैं ऐसे दाग तो अपनाएं ये 4 तरीके, हमेशा के लिए मिलेगा छुटकारा
1. ब्लैकहेड्स
नाक पर होने वाले ब्लैकहेड्स से अलग ये पिंपल्स के ऊपर होते हैं. इन्हें ओपन कमडोन्स भी कहा जाता है. इसमें पिंपल्स का मुंह खुला होता है और इसमें बाकी पिंपल्स की तरह सूजन नहीं होती. पहले इसे एंटीसेप्टिक क्रीम से ठीक करें, अगर परेशानी ज़्यादा हो तो स्किन डॉक्टर से सलाह लें.
वैक्सिंग से बचने के लिए लड़कियों के हाथ लगी ये चीज़, बिना दर्द के मिलेगा बालों से छुटकारा
2. व्हाइटहेड्स
पिंपल्स के ऊपरी ओर मौजूद हल्के सफेद रंग की लेयर, इसे क्लोज़्ड कमडोन्स भी कहा जाता है. कभी-कभार ये एक्ने पर भी हो जाते हैं. छूने में सख्त होते हैं, इन्हें भी एंटीसेप्टिक क्रीम लगाकर ठीक किया जा सकता है.
आपका चेहरा देता है ये 7 चेतावनियां, इग्नोर करना पड़ सकता है भारी
3. पैपुल्स
चेहरे के वो लाल छोटे-छोटे दानें, जिसमें खुजली ज़्यादा होती है. ये चेहरे के पोर्स बंद होने की वजह से होते हैं. इन्हें बार-बार हाथ लगाने से बेहतर है ना छुआ जाए. इसे डॉक्टर की सलाह से क्रीम लगाकर सही किया जा सकता है.
4. नोड्यूल्स
चेहरे के वो लाल रंग के मोटे दाने, जिनकी शुरूआत में खुला पॉइंट कहीं से नहीं दिखता. जिनते ये बाहर होते हैं उतना ही स्किन को अंदर से भी जख्मी करते हैं. ज़्यादातर नोडुल्स में पस नहीं होता, ये बहुत सख्त होते हैं. इन्हें दवाईयों से ठीक किया जा सकता है, इसीलिए डर्मेटोलॉजिस्ट की बताई हुईं मेडिसिन से ही इसका इलाज करें.
5. पस्टुल
इसे आप फुंसी भी बोल सकते हैं, जो बाहर से हल्के पीले रंग की होती है. हालांकि इसे खुद ही सावधानी से फोड़कर इसमें से पस निकालकर ठीक किया जा सकता है. लेकिन कई बार इसमें से निकलने वाले बैक्टिरिया आस-पास वाली स्किन पर भी जर्म्स फैला देते हैं. इसीलिए बेहतर होगा स्किन स्पेशलिट्स से ही इसे ठीक करवाएं.
6. सिस्ट
एक्ने का इस एक और खतरनाक रूप को सिस्ट कहते हैं. जो स्किन के बाहर नहीं बल्कि अंदर होता है. बाहर से स्किन सिर्फ हल्की सूजी हुई नज़र आती है. ये पिंपल अंदर भी बढ़ता है और इसमें पस भी भर जाता है जिस वजह से बहुत ज्यादा दर्द देता है. स्किन स्पेशलिस्ट सिस्ट की गहराई को देखकर उसे फोड़ते है या फिर दवाईयों से इसके पस को खत्म कर इलाज करते हैं.
देखें वीडियो - मुहासे हैं समस्या तो लें डॉक्टर की राय
शरीर से दूर करना चाहते हैं ऐसे दाग तो अपनाएं ये 4 तरीके, हमेशा के लिए मिलेगा छुटकारा
1. ब्लैकहेड्स
नाक पर होने वाले ब्लैकहेड्स से अलग ये पिंपल्स के ऊपर होते हैं. इन्हें ओपन कमडोन्स भी कहा जाता है. इसमें पिंपल्स का मुंह खुला होता है और इसमें बाकी पिंपल्स की तरह सूजन नहीं होती. पहले इसे एंटीसेप्टिक क्रीम से ठीक करें, अगर परेशानी ज़्यादा हो तो स्किन डॉक्टर से सलाह लें.
वैक्सिंग से बचने के लिए लड़कियों के हाथ लगी ये चीज़, बिना दर्द के मिलेगा बालों से छुटकारा
2. व्हाइटहेड्स
पिंपल्स के ऊपरी ओर मौजूद हल्के सफेद रंग की लेयर, इसे क्लोज़्ड कमडोन्स भी कहा जाता है. कभी-कभार ये एक्ने पर भी हो जाते हैं. छूने में सख्त होते हैं, इन्हें भी एंटीसेप्टिक क्रीम लगाकर ठीक किया जा सकता है.
आपका चेहरा देता है ये 7 चेतावनियां, इग्नोर करना पड़ सकता है भारी
3. पैपुल्स
चेहरे के वो लाल छोटे-छोटे दानें, जिसमें खुजली ज़्यादा होती है. ये चेहरे के पोर्स बंद होने की वजह से होते हैं. इन्हें बार-बार हाथ लगाने से बेहतर है ना छुआ जाए. इसे डॉक्टर की सलाह से क्रीम लगाकर सही किया जा सकता है.
4. नोड्यूल्स
चेहरे के वो लाल रंग के मोटे दाने, जिनकी शुरूआत में खुला पॉइंट कहीं से नहीं दिखता. जिनते ये बाहर होते हैं उतना ही स्किन को अंदर से भी जख्मी करते हैं. ज़्यादातर नोडुल्स में पस नहीं होता, ये बहुत सख्त होते हैं. इन्हें दवाईयों से ठीक किया जा सकता है, इसीलिए डर्मेटोलॉजिस्ट की बताई हुईं मेडिसिन से ही इसका इलाज करें.
5. पस्टुल
इसे आप फुंसी भी बोल सकते हैं, जो बाहर से हल्के पीले रंग की होती है. हालांकि इसे खुद ही सावधानी से फोड़कर इसमें से पस निकालकर ठीक किया जा सकता है. लेकिन कई बार इसमें से निकलने वाले बैक्टिरिया आस-पास वाली स्किन पर भी जर्म्स फैला देते हैं. इसीलिए बेहतर होगा स्किन स्पेशलिट्स से ही इसे ठीक करवाएं.
6. सिस्ट
एक्ने का इस एक और खतरनाक रूप को सिस्ट कहते हैं. जो स्किन के बाहर नहीं बल्कि अंदर होता है. बाहर से स्किन सिर्फ हल्की सूजी हुई नज़र आती है. ये पिंपल अंदर भी बढ़ता है और इसमें पस भी भर जाता है जिस वजह से बहुत ज्यादा दर्द देता है. स्किन स्पेशलिस्ट सिस्ट की गहराई को देखकर उसे फोड़ते है या फिर दवाईयों से इसके पस को खत्म कर इलाज करते हैं.
देखें वीडियो - मुहासे हैं समस्या तो लें डॉक्टर की राय
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं