केरल से एक बहुत अच्छी खबर आई है. जी हां, एक मुस्मिल दंपति अब्दुल्लाह और खदीजा ने हिन्दू परिवार में जन्मी अपनी गोद ली हुई बेटी की शादी मंदिर में कराने का फैसला किया. यही नहीं शादी पारंपरिक हिन्दू रीति-रिवाज से संपन्न हुई और लोगों ने वर-वधू को ढेरों आशीर्वाद भी दिए.
खबर के मुताबिक, राजेश्वरी नाम की ये लड़की मुस्लिम दंपति के पास तब आई थी तब वह सात या आठ साल की थी. लड़की का पिता सर्वानन अपने मालिक अब्दुल्लाह के घर और खेत में काम करता था. जब उसकी मौत हो गई तब मुस्लिम दंपति ने उस लड़की को अपने तीनों बेटों के साथ पालना शुरू कर दिया.
Kerala: A Muslim couple organised their foster daughter Rajeshwari's marriage as per Hindu rituals in a temple in Kasaragod, yesterday. The couple raised Rajeshwari after her father, who was working on the couple's farmland died when she was a child. pic.twitter.com/moIn2Wz2dc
— ANI (@ANI) February 17, 2020
हाल ही में 22 साल की राजेश्वरी को विष्णु नाम के एक लड़के से शादी का प्रस्ताव मिला और जब लड़के वाले उसके घर आ तो उन्होंने मंदिर में शादी करने के लिए जोर दिया. ऐसे में उन्होंने कन्हंगड़ के मनयुत्तू मंदिर का चुनाव किया, जहां सभी धर्मों के लोगों को आने की अनुमति है.
राजेश्वरी की कहानी लोगों को खूब पसंद आई और उन्होंने ट्विटर पर ऐसे रिएक्शन दिए:
How great
— Prajakta Pandey🇮🇳 (@PandeyPrajkta) February 17, 2020
Humanity exists
This is the beauty of our India.
— I stand with Shaheen Bagh (@GulRose_views) February 17, 2020
Epic example of "Secular India"
— Outlander (@santlee25) February 17, 2020
Congratulations. Great work. May God bless them. for this kind and humanitarian work.
— 9437108647 Samir Kumar Jena. (@samirjenababu) February 18, 2020
This is why we call us Secular and cultured.
— Gopal Jaison (@jaison_gopal) February 17, 2020
बहरहाल, हम तो यही कहेंगे कि ऐसी खबरें पढ़कर ही इंसानियत पर भरोसा और बढ़ जाता है.
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