Parenting Tips: गर्मी की छुट्टियां खत्म हो चुकी हैं और अब बच्चे (Kids) स्कूल जाने के लिए तैयार हैं. लेकिन इतनी छुट्टियों के बाद आपका बच्चा भी सुबह स्कूल (School) जाने के लिए बिस्तर छोड़ने में आनाकानी करता है? हर पेरेंट्स (Parents) की तरह आपकी भी यही परेशानी है कि बच्चा स्कूल जाने के लिए बिस्तर छोड़ने में परेशान करता है. अगर हाँ तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे आसान टिप्स (Easy Tips) जिसे फॉलो करते ही आपकी ये परेशानी छू हो जाएगी. इन टिप्स को फॉलो करेंगे तो आप नोटिस कर पाएंगे कि आपका बच्चा आराम से सुबह जल्दी उठकर अच्छे मूड से स्कूल जाने के लिए तैयार हो गया है. (How To Wake Up kids In The Morning)
हाई कॉलेस्ट्रोल से हैं परेशान तो लहसुन का इन 4 तरीकों से कर लें सेवन, डायबिटीज में भी दिखता है इसका असरबच्चे की उम्र के हिसाब से तय करें सोने का ड्यूरेशन (The time duration of the child's sleep is different in every age)
देखा जाए तो उम्र के हिसाब से हर इंसान की नींद का ड्यूरेशन अलग अलग होती है. बच्चा जितना छोटा होता है, उसको उतनी ज्यादा नींद की जरूरत होती है ताकि उसकी फिजिकल औऱ मेंटल ग्रोथ अच्छी हो सके. नवजात बच्चे 24 में से 18 घंटे सोते हैं. तीन से पांच साल की उम्र में जब बच्चा स्कूल जाना शुरू करता है तो उसे कम से कम 10 से 13 घंटे की नींद जरूर चाहिए. वहीं अगर बच्चा 6 से 12 साल का है तो उसे 9 से 12 घंटे सोना चाहिए. बड़ा बच्चा जैसे 13 से 18 साल की उम्र में आठ से दस घंटे की नींद काफी होती है. इसलिए पहले तय करें कि आपका बच्चा किस एज का है और फिर उसके रात में सोने का समय निर्धारित करें ताकि उसकी जरूरी नींद पूरी हो सके औऱ वो फ्रेश होकर सुबह उठ सके.
पेरेंट्स पहली बार स्कूल जा रहे बच्चे को सिखाएं ये 5 बेहद जरूरी बातेंये टिप्स करेंगे मदद
- अगर बच्चा रात में देर से सोएगा तो सुबह देर से उठेगा. इसके लिए बच्चे को रात में सही समय पर सुलाने के लिए आपको और परिवार को भी उसी रूटीन को फॉलो करना होगा.
- नींद के साथ साथ बच्चे के खेलने औऱ होमवर्क का भी टाइम टेबल बनाकर रखिए. इससे बच्चा एक नियमित रूटीन को फॉलो करेगा तो उसे सुबह समय पर उठने की आदत हो जाएगी.
- कोशिश करनी चाहिए कि जब बच्चा सो रहा हो तो किसी तरह आवाज, बातचीत या अशांति ना हो. बच्चे के सोने की जगह साफ, हवादार और सकूनभरी होनी चाहिए ताकि बच्ची गहरी नींद ले सके.
- बच्चे को रात के समय किसी भी तरह की स्क्रीन जैसे मोबाइल, गेम, टीवी आदि की आदत नहीं डालनी चाहिए. इससे बच्चे का दिमाग भटकता है और देर रात तक इस तरह की चीजों का आदी बन जाता है. इसिलए समय पर टीवी, मोबाइल को बंद कर देना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
रणबीर कपूर, रकुल प्रीत सिंह और सोनू सूदNDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं