वैज्ञानिकों ने कृत्रिम बृद्धिमत्ता (एआई) (artificial growth model ) का नया मॉडल विकसित किया है जो चुनिंदा कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए विशेष आनुवांशिक या कार्यप्रणाली के आधार पर दवाओं का संयोजन कर और प्रभावी तरीके से कैंसर का इलाज कर सकता है. ‘नेचर कम्युनिकेशन' पत्रिका में वर्णित नई मशीन अध्ययन प्रणाली में दवाओं और कैंसर कोशिकाओं में संबंध पाया गया जिसके बारे में पहले जानकारी नहीं थी. मॉडल को पूर्व में किए गए अध्ययनों के विशाल आंकड़ों से लैस किया गया जो दवा और कैंसर कोशिकाओं के संबंधों की जांच करता है. फिनलैंड स्थित आल्टो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जुहो राउसु ने कहा, ‘‘मशीन द्वारा अध्ययन किया गया यह मॉडल वास्तव में स्कूली गणित के बहुपद कार्य जैसा है लेकिन बहुत जटिल है.''
अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि विभिन्न दवाओं के सटीक मिश्रण से कैंसर के इलाज को और प्रभावी बनाया जा सकता है और अगर किसी एक दवा की मात्रा कम किया जा सके तो मरीज पर पड़ने वाले नकारात्मक असर को कम किया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि दवाओं के मिश्रण की प्रायोगिक जांच की गति बहुत धीमी और खर्चीली है इसलिए अकसर पूर्ण लाभ के लिए विभिन्न दवाओं के उचित संयोजन की खोज नहीं हो पाती.'' अनुसंधनकर्ताओं ने कहा कि हालांकि, उनका मॉडल किसी खास कैंसर कोशिश को नष्ट करने के लिए संभावित दवाओं के मिश्रण का सटीक तरीके से पूर्वानुमान लगाता है जबकि पहले दवाओं के सम्मिश्रण के प्रभाव की जांच नहीं हो पाती थी. हेलसिंकी विश्वविद्यालय के तेरो ऐत्तोकाल्लियो ने कहा, ‘‘ इससे कैंसर अनुसंधानकर्ताओं को आगे के अनुसंधान के लिए दवाओं के हजारों सम्मिश्रण में से प्राथिमकता के आधार पर मिश्रण चुनने में मदद मिलेगी.''
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं