Protein Rich Source: स्वस्थ शरीर के लिए भरपूर प्रोटीन की जरूरत होती है. डॉक्टर कहते हैं कि प्रोटीन शरीर के विकास और न्यूट्रिशन के लिए बेहद कारगर है. लेकिन, लापरवाही के चलते कई लोग शरीर की प्रोटीन की रोज की आवश्यक्ता पूरी नहीं कर पाते हैं. ऐसे में प्रोटीन की कमी (Protein Deficiency) से शरीर में थकावट, कमजोरी और मसल लॉस होने के रिस्क बढ़ जाते हैं. आपको बता दें कि प्रोटीन की रोज की जरूरत को पूरा करने के लिए जहां डेयरी प्रोडक्ट काफी फायदेमंद माने जाते हैं, वहां अंडे (Eggs) को भी प्रोटीन से भरपूर स्त्रोत कहा गया है. हालांकि, कई लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि प्रोटीन की सही खुराक के लिए अंडा खाएं या फिर दूध पिएं. आइए जानें प्रोटीन के डेली इनटेक के लिए अंडा बेहतर है या दूध.
अंडा या दूध क्या है प्रोटीन से भरपूर
अंडे को प्रोटीन की खान कहा गया है. इसमें ढेर सारा प्रोटीन पाया जाता है. 50 ग्राम के एक अंडे से करीब 6 ग्राम प्रोटीन की खुराक मिलती है. वहीं, अगर दूध (Milk) की बात करें तो 100 ग्राम दूध में 3.4 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. ऐसे में दोनों की तुलना की जाए तो अंडे में दूध की तुलना में कुछ ज्यादा प्रोटीन होता है. ऐसे में अगर आपको अपने डेली रूटीन में प्रोटीन का इनटेक बढ़ाना है तो आपको रोज कम से कम 2 अंडे जरूर खाने चाहिए. हालांकि, प्रोटीन को बैलेंस रखने के लिए रोज दूध पीना भी फायदेमंद है.
अगर आप अंडे नहीं खाते हैं तो दूध से ही प्रोटीन का इनटेक लेना सही रहता है. ऐसे में आपको प्रोटीन की खुराक लेने के लिए रोज कम से कम 2 गिलास दूध जरूर पीना चाहिए. दूध के साथ-साथ दही और पनीर भी प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत हैं. बचपन में बच्चों को प्रोटीन की पूरी खुराक के लिए भी डॉक्टर दूध की वकालत करते हैं क्योंकि ये बच्चों के सही विकास में काफी मददगार साबित होता है. दूध में पाया जाने वाला कैल्शियम, विटामिन के सेलेनियम और विटामिन बी 12 बच्चों के शारीरिक विकास के लिए काफी जरूरी होता है. वहीं, वयस्क लोगों को प्रोटीन रिच डाइट लेनी है तो उनको दिन में एक गिलास दूध पीने के साथ-साथ अंडे का सेवन करना चाहिए. अंडे में प्रोटीन ही नहीं शरीर के लिए जरूरी सैचुरेटेड फैट, मिनिरल्स, आयरन और कई तरह के विटामिन भी पाए जाते हैं जो शरीर की ओवरऑल हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.